कोलकाता में ममता बनर्जी का मेगा शो, 41 साल बाद विपक्ष की सबसे बड़ी रैली
Divendra Singh 19 Jan 2019 8:09 AM GMT
2019 लोकसभा चुनाव से पहले देश की सभी राजनीतिक पार्टियां अपना दमखम दिखा रहीं हैं। तो वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में आज 20 दलों के नेता बीजेपी के खिलाफ कोलकाता में साझी लड़ाई का ऐलान कर रही हैं।
शुक्रवार को ही अखिलेश यादव कोलकाता पहुंच गए। वहीं कई दूसरे दलों के नेता भी पहुंच गए हैं। ममता बनर्जी ने कहा है कि इस बार बीजेपी 125 सीटों के भीतर सिमट जाएगी। 41 साल बाद कोलकाता में विपक्ष का इतना बड़ा जमावड़ा लग रहा है। बीजेपी ने इसे विपक्ष का डर कहा है। साल 1977 में ज्योति बसु ने यहीं से कांग्रेस के खिलाफ बिगुल बजाया था।
दावा है कि 40 लाख से ज्यादा लोग दोपहर होते-होते इस विशाल ब्रिगेड परेड मैदान की एक-एक इंच को भर देंगे। इसके बाद यहां से केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ हुंकार भर रही है। ममता बनर्जी ने कहा कि भगवा पार्टी के कुशासन के खिलाफ संयुक्त लड़ाई का संकल्प है। बीजेपी के कुशासन के खिलाफ यह संयुक्त भारत रैली होगी। आम चुनाव में भगवा पार्टी 125 से अधिक सीटें नहीं जीत पाएगी।
पढ़िए किसने क्या कहा...
गुजरात से कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि विपक्ष के एकजुट होने का बड़ा संदेश है। 2019 में भाजपा और संघ को सत्ता से हटाने की चुनौती है। वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को क्षेत्रीय दल जवाब देंगे। ममता इस रैली को भाजपा के लिए आम चुनाव में 'मौत की दस्तक' बता चुकी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ममता को चिट्ठी लिखकर रैली का समर्थन किया है।
राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी ने कहा कि हम साथ खड़े होंगे, साथ लड़ेंगे और भाजपा के शासन को उखाड़ फेकेंगे।
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगांग अपांग ने कहा कि देश के लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है। मैं यहां पर ममता दीदी के हाथों को मजबूत करने आया हूं।
हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा की इस सरकार में दलितों और आदिवासियों का शोषण हो रहा है। इसलिए क्षेत्रीय दलों को इन सांप्रदायिक ताकतों को जवाब देना पड़ेगा।
हार्दिक पटेल ने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि यह जनसैलाब एक ऐसी क्रांति लेकर आएगा, जिसकी कल्पना नहीं की गई होगी।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम एक होकर एक नया भारत बनाएंगे। इसके लिए भाजपा को सत्ता से हटाना होगा। जनता भी यही चाहती है। वह कह रही है कि अब मोदी सरकार नहीं चाहिए। हमें जनता के इस सपने को पूरा करना है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने कहा कि भाजपा को रोकने के लिए हमें अर्जुन की तरह सिर्फ एक ही लक्ष्य रखना होगा और वह यह कि भाजपा को किसी भी हालत में सत्ता में हटाना है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इस साल नई हुकूमत बनेगी, जो सबको साथ लेकर चलेगी। वह सभी संस्थाओं का सम्मान करेगी। आज देश के हर हिस्से में आग लगाई जा रही है। इस आग को बुझाने के लिए हमें इकट्ठे होना होगा।
लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव, "देश संकट में है। किसान तबाह है। नौजवान बर्बादी की कगार पर है। दुकानदारों का कारोबार जीएसटी की वजह से खत्म हो गया। आज इतिहास का बहुत बड़ा मौका है। हमें इसे छोड़ना नहीं चाहिए। मोदी सरकार को हटाना हमारा ध्येय होना चाहिए।"
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ममता बनर्जी की कोलकाता में होने वाली 'संयुक्त विपक्षी रैली' में विपक्षी दलों से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, डीएमके चीफ एमके स्टालिन, पूर्व बीजेपी नेता अरुण शौरी, शरद यादव, अरविंद केजरीवाल आदि शामिल हो सकते हैं।
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— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) January 17, 2019
1977 के बाद पहली बार विपक्ष की ऐतिहासिक रैली
विपक्ष का ऐसा जमावड़ा 41 साल बाद देखने को मिल रहा है। इससे पहले ज्योति बसु ने कांग्रेस को उखाड़ फेंकने के लिए 7 जून, 1977 को संयुक्त विपक्ष की मुट्ठी तान दी थी। इसके बाद इस ऐतिहासिक मैदान में उतने लोग कभी नहीं आए। ममता की रैली में चंद्रशेखर राव को छोड़कर विपक्ष के अधिकांश नेता पहुंचे हैं। इस रैली में कांग्रेस से लेकर जेडीएस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, एनसीपी, आरजेडी, एसपी, बीएसपी और टीडीपी, आम आदमी पार्टी समेत कम से कम 20 दलों के नेता, कई मुख्यमंत्री, कई पूर्व मुख्यमंत्री और दर्जनों पूर्व मंत्री ब्रिगेड के मैदान में अपनी लोकप्रियता का इम्तिहान देंगे।
295 सीटों पर असर रखने वाले नेताओं का जमावड़ा
मतलब कम से कम 295 सीटों पर असर रखने वाले नेता एक साथ कोलकाता के ब्रिगेड मैदान के मंच पर मौजूद हैं। मंच पर खड़गे समेत कांग्रेस के दो-दो नेता मौजूद होंगे। राहुल गांधी खुद नहीं जा पा रहे, इसलिए उन्होंने चिट्ठी भेजी है कि मोदी सरकार के खिलाफ इस वक्त पूरे देश में आक्रोश है और टीएमसी के इस प्रयास का कांग्रेस पार्टी पूरा समर्थन करती है।
भाजपा के ख़िलाफ़ आज कोलकाता की संयुक्त विपक्ष रैली में. pic.twitter.com/mVQSyt1JOh
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 18, 2019
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