मायावती की मांग, बैलट पेपर से हो अगला चुनाव, भाजपा ने कहा- कार्यक्रम कांग्रेस प्रायोजित
गाँव कनेक्शन 22 Jan 2019 10:15 AM GMT
लखनऊ। लंदन के साइबर विशेषज्ञ के दावों के बाद ईवीएम को लेकर देश में बवाल मचा है। भाजपा के नता जहां इसे कांग्रेस की चाल बता रहे हैं तो वहीं कुछ पार्टी के नेता ईवीएम पर सवाल भी खड़े कर रहे हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने तो कहा है कि अगला चुनाव ईवीएम से न होकर बैलेट पेपर से होना चाहिए।
मंगलवार को जारी एक बयान में मायावती ने कहा "लंदन में एक साइबर विशेषज्ञ द्वारा यह दावा करना कि 2014 में लोकसभा चुनाव के अलावा उत्तर प्रदेश, गुजरात आदि राज्यों के पिछले विधानसभा चुनावों में ईवीएम के जरिये जबरदस्त धांधली की गई थी, ईवीएम धांधली पर जारी विवाद को और भी ज्यादा गंभीर बनाता है।
मायावती ने लोकतंत्र के व्यापक हित में ईवीएम विवाद पर तत्काल समुचित ध्यान देने की जरूरत व्यक्त करते हुये कहा कि वोट हमारा राज तुम्हारा, नहीं चलेगा, इसलए जनता की इस आशंका का समय पर संतोषजनक समाधान होना जरूरी है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करने के लिए मतपत्रों के द्वारा मतों के सत्यापन की बेहतर व्यवस्था संभव है, जबकि ईवीएम के सत्यापन की ऐसी कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है। इसके मद्देनजर उन्होंने चुनाव आयोग से ईवीएम के ताजा विवाद पर संज्ञान लेते हुए देश में अगला लोकसभा चुनाव मतपत्रों से ही कराये जाने की मांग की।
Mayawati: Keeping democracy's larger interest in view,essential to look into EVM matter so that it gets resolved soon. It's possible to validate ballot paper but it's not the case with EVM. We demand EC to hold 2019 general election using ballot paper,taking this into cognizance. pic.twitter.com/iNSxO9CSnc
— ANI UP (@ANINewsUP) January 22, 2019
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मायावती ने आगे कहा "वैसे तो ईवीएम संबंधी ताजा रहस्योद्घाटन काफी सनसनीखेज है। यह गहरे षड्यंत्र का पर्दाफाश करते हुए भाजपा को सीधे व साफ तौर पर कठघरे में खड़ा करता है।" उन्होंने केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर अहंकारी रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस आरोप की उचित जांच कराने की इस सरकार से उम्मीद नहीं की जा सकती है। इसलिए इस संबंध में चुनाव आयोग की भूमिका अहम हो जाती है। उन्होंने कहा कि में ईवीएम से आम चुनाव में चुनावी धांधली के आरोप से देश की जनता इतनी आशंकित और भयभीत हो गयी है कि उसे अब लगने लगा है कि उसका अपना वोट अब उसका अपना नहीं रहा है। इस कारण से ही भाजपा केंद्र ही नहीं बल्कि देश के ज्यादातर राज्यों में सत्ता में आ गयी है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि ईवीएम का विरोध करने के लिए विपक्षी पार्टी हार के डर से विदेशी हाथों में खेल रही है। ईवीएम को लेकर लंदन में हुए संवाददाता सम्मेलन और वहां कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल की उपस्थिति पर सवाल उठाते हुए जावड़ेकर ने कहा कि विदेशी हाथों में खेल रहे हैं। कांग्रेस अभी इस तरह के और नाटक करेगी और इसी कारण जनता से ज्यादा दूर जाएगी।" उन्होंने भरोसा जताया कि भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में और अधिक सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग को जबरदस्त सफलता मिलेगी। हमें 2015 के पिछले चुनाव से भी ज्यादा सीटें और वोट मिलेंगे। इस बार पूर्वोत्तर, पश्चिम बंगाल और ओड़िशा में भी हमें भारी सफलता मिलेगी। राजस्थान में हम 25 में से 25 सीटें जीतेंगे।
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वहीं संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि यह कार्यक्रम कांग्रेस द्वारा प्रायोजित था। उन्होंने कहा कि अमेरिका में राजनीतिक शरण की मांग कर रहे एक भारतीय साइबर विशेषज्ञ ने सोमवार को दावा किया था कि ईवीएम के जरिए 2014 चुनाव में "धांधली" की गई। विशेषज्ञ ने दावा किया कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है।
(भाषा से इनपुट)
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