पूर्वोत्तर राज्यों को रबर उत्पादन का हब बनाने की पहल
केरल के बाद त्रिपुरा 30,000 हेक्टेयर की खेती के साथ देश में रबर का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर में 2 लाख हेक्टेयर में रबर प्लांटेशन की योजना बनाई है।
गाँव कनेक्शन 9 Dec 2021 11:36 AM GMT
"पूर्वोत्तर क्षेत्र रबर उत्पादन के लिए एक हब के रूप में उभर सकता है। केंद्र सरकार ने अगले पांच वर्षों में पूर्वोत्तर के राज्यों में कुल 2 लाख हेक्टेयर में रबर प्लांटेशन की योजना बनाई है, "केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, कपड़ा, उपभोक्ता मामले तथा खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये 'गंतव्य-त्रिपुरा- निवेश सम्मेलन' को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि त्रिपुरा 30,000 हेक्टेयर की खेती के साथ देश में रबर का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है।
केंद्रीय मंत्री ने राज्य सरकार से इस दिशा में जल्द कदम उठाने और राज्य में रबर प्लांटेशन को विस्तारित करने के लिए मौसम के कारण उत्पन्न आरंभिक खेती के अवसर का लाभ उठाने की अपील की।
रबर में त्रिपुरा दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, साक्षरता में त्रिपुरा चौथे स्थान पर है, यहां पहला SEZ लगने जा रहा है, जिसका प्रभाव पूरे पूर्वोत्तर में देखने को मिलेगा।
— Piyush Goyal Office (@PiyushGoyalOffc) December 9, 2021
हैंडलूम में त्रिपुरा के डिजाइन बहुत सुंदर हैं, यहां 1 लाख 37 बुनकर हैंडलूम का कार्य कर रहे हैं : @PiyushGoyal
ऑटोमोटिव टायर मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन (एटीएमए) का प्रतिनिधित्व करने वाली चार प्रमुख टायर कंपनियों ने एक साथ मिल कर पांच वर्षों की अवधि में पूर्वोत्तर भारत के सात राज्यों में 200,000 हेक्टेयर भूमि में रबर प्लांटेशन के विकास के लिए 1,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। एक मार्च, 2021 को रबर बोर्ड और एटीएमए के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। भाग लेने वाली टायर कंपनियों ने एक साथ 20 मई 2021 को रबर बोर्ड द्वारा स्थापित खाते में 12 करोड़ रुपये हस्तांरित किए। टायर कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराये फंड का उपयोग 2021 में रोपण आरंभ करने के लिए प्लांटिंग सामग्रियों की खरीद के लिए किया जा रहा है।
Addressing 'Destination Tripura' Investment Summit 2021https://t.co/8u2yNWo5Fm
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) December 9, 2021
यह देखते हुए कि बांस की खेती पूर्वोत्तर राज्यों में एक अन्य प्रमुख संसाधन है, गोयल ने कहा कि त्रिपुरा बांस फ्लोरिंग की सबसे बड़ी इकाई का घर है। उन्होंने कहा, 'त्रिपुरा में अगरबत्ती उद्योग के देश के हब के रूप में उभरने तथा भारत को बांस, जिसे अक्सर ग्रीन गोल्ड, उद्योग कहा जाता है, में आत्मनिर्भर बनाने की क्षमता है।'
त्रिपुरा रबर उत्पादन में केरल के बाद दूसरे नंबर पर है, पूर्वोत्तर राज्यों में त्रिपुरा, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में रबर उत्पाद होता है।
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