बालाकोट में एयरफोर्स के हमले से पहले 300 मोबाइल फोन एक्टिव थे - एनटीआरओ

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बालाकोट में एयरफोर्स के हमले से पहले 300 मोबाइल फोन एक्टिव थे - एनटीआरओ

लखनऊ। राष्ट्रीय तकनीक अनुसंधान संगठन (एनटीआरओ) ने इस तथ्य की पुष्टि की है कि भारत की तरफ से 26 फरवरी 2019 को बालाकोट में हुई एयर स्ट्राइक से पहले जैश-ए-मोहम्मद के कैम्प में 300 मोबाइल एक्टिव थे। खबरों के अनुसार, भारत की ओर से हुई स्ट्राइक में 300 आतंकवादियों के मारे जाने की बात कही गई। समाचार एजेन्सी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से ये बताया कि चार मार्च को एनटीआरओ ने ये रिपोर्ट जारी की।

26 फरवरी को भारत की एयरोफोर्स ने 12 मिराज जेट विमानों के ज़रिए पाकिस्तान की एयर स्पेस में दाखिल हो बालाकोट के जैश-ए-मोहम्मद कैम्प पर एक हज़ार किलो के 2000 बम गिराए थे। भारत सरकार ने एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकवादियों की कोई आधिकारिक संख्या घोषित नहीं की है।

एएनआई के सूत्र बताते हैं, "तकनीकी निगरानी में पता चला कि स्ट्राइक से पहले उस जगह पर 300 एक्टिव मोबाइल मौजूद थे। यहीं भारतीय एयरोफोर्स द्वारा हमला किया गया था।"

जम्मू और कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी 2019 की दोपहर एक बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था। इस हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए। राजधानी श्रीनगर से लगभग 31 किलोमीटर दूर स्थित पुलवामा में हुआ ये हमला पिछले एक दशक का सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है। इस हमले के बाद पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीज़ फायर उल्लंघन की खबरें आ रही हैं।

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गुरूवार को यह हमला तब हुआ जब सीआरपीएफ जवानों की एक बड़ी टुकड़ी विस्फोटकों और हथियारों के साथ जा रही थी। सेना की इस टुकड़ी में 40 से अधिक बसें थीं, जिसमें 2500 से ज़्यादा जवान सवार थे। इनमें से अधिकतर जवान छुट्टियां बिता कर वापस नौकरी पर लौट रहे थे। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस आत्मघाती हमले की ज़िम्मेदारी ली है। हमलावर ने बस को टक्कर मारकर विस्फोट किया। इस आत्मघाती विस्फोट में फिदायीन हमलावर आदिल अहमद डार शामिल था।

इस हमले के बाद भारतीय सेना ने 26 फरवरी को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बालाकोट मेें स्थित कैम्प पर हमला किया। खबरों के मुताबिक इसमें 300 आतंकी मारे गए थे।

अगले दिन 27 फरवरी की सुबह पाकिस्तान की ओर से हमला हुआ। इस हमले में पाकिस्तान का एफ-16 विमान मारा गया। हमले में एक भारतीय विमान भी क्षतिग्रस्त हो गया था। इसे चला रहे विंग कमांडर अभिनन्दन खुद को बचाने के लिए पैराशूट से कूदे तो पाकिस्तान की सीमा में पहुंच गए थे। तीन दिन पाकिस्तान की गिरफ्त में रहने के बाद 1 मार्च की रात पाकिस्तान ने उन्हें वापस भारत भेज दिया था।

अभी भी भारत और पाकिस्तान में तनाव बना हुआ है। भारतीय आर्मी ने बार-बार कहा कि स्ट्राइक का सबूत देना सरकार का काम है। उन्हें जो टारगेट्स पूरे करने थे उन्होंने वो किए। अब एनटीआरओ से मिली इस जानकारी ने इस बात को और पुष्ट कर दिया है कि भारत की तरफ से हुई स्ट्राइक में 300 आतंकी मारे गए थे।


   

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