तीन साल में हुए ये 10 बड़े रेल हादसे, 345 लोगों की गई जान, उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा हादसे

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तीन साल में हुए ये 10 बड़े रेल हादसे, 345 लोगों की गई जान, उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा हादसेसैकड़ों लोगों ने गंवाई अपनी जान।

नई दिल्ली। रेलवे की तमाम तैयारियों आैर प्रयासों के बावजूद देश में रेल हादसे नहीं रुक रहे। एक सप्ताह के अंदर आज दूसरी बार रेल हादसा हो गया। इस बार आजमगढ़ से दिल्ली आ रही 12225 (अप) कैफियत एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई है।

मानव रहित फाटक पर फंसे एक डंपर में ट्रेन के टकराने से 10 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में 21 लोग घायल हुए हैं। पिछले शनिवार को उत्तर प्रदेश के ही मुजफ्फरनगर में उत्कल एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के चलते 22 लोगों की मौत हो गई थी। पिछले तीन साल के बड़े रेल हादसों पर नजर डालें तो यह फेहरिस्त लंबी दिखती है। आइए तीन साल में हुए रेल हादसों पर एक नजर डालते हैं।

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पिछले तीन सालों में हुए रेल हादसों पर एक नजर

22 लोगों की मौत: 19 अगस्त 2017 को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फर नगर में उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई और 156 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

चार महिलाओं की मौत: 17 मार्च 2017 को बंगलुरु के चित्रादुर्गा जिले में एक एंबुलेंस की ट्रेन से भिड़ंत होने के चलते चार महिलाओं की मौत हो गई।

27 यात्रियों की मौत: 22 जनवरी 2017 को हीराखंड एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के विजयानगरम जिले में पटरी से उतर गई थी। इस दुर्घटना में 27 यात्रियों की मौत हो गई थी और 36 लोग घायल हुए थे।

150 लोगों की मौत: 20 नवंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास पुखरायां में बड़ा रेल हादसा हुआ। इसमें 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

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10 स्कूली बच्चों की मौत: 25 जुलाई 2016 को भदोही इलाके में मडुआडीह-इलाहाबाद पैसेंजर ट्रेन मिनी स्कूल वैन टकरा गई। जिसमें 10 स्कूली बच्चों की मौत हो गई है। इस वैन में 19 बच्चे सवार थे।

34 लोगों की मौत: 20 मार्च 2015 को देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में 34 लोग मारे गए थे. यह हादसा रायबरेली के बछरावां रेलवे स्टेशन के पास हुई हुआ था.

25 लोगों की मौत: 25 मई 2015 को कौशांबी के सिराथू रेलवे स्टेशन के पास मूरी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी। हादसे में 25 यात्री मारे गए थे, जबकि 300 से ज्यादा घायल हुए थे।

हादसे का शिकार उत्कल एक्सप्रेस

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31 लोगों की मौत: 5 अगस्त 2015 में मध्य प्रदेश के हरदा के करीब एक ही जगह पर 10 मिनट के अंदर दो ट्रेन हादसे हुए। इटारसी-मुंबई रेलवे ट्रैक पर दो ट्रेनें मुंबई-वाराणसी कामायनी एक्सप्रेस और पटना-मुंबई जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गईं। माचक नदी पर रेल पटरी धंसने की वजह से हरदा में यह हादसा हुआ। बता दें कि माचक नदी उफान पर थी। दुर्घटना में 31 मौतें हुईं।

20 लोगों की मौत: मई 2014 में महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में कोंकण रेलवे रूट पर एक यात्री सवारी गाड़ी का इंजन और छह डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे में कम से कम 20 लोगों की मौत हुई जबकि 124 लोग घायल हुए।

22 लोगों की मौत: 26 मई, 2014 को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में चुरेन रेलवे स्टेशन के पास गोरखधाम एक्सप्रेस ने एक मालगाड़ी को उसी ट्रैक पर टक्कर मार दी। इस हादसे में 22 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.

      

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