बांग्लादेश सरकार 80 हजार प्रेगनेंट रोहिंग्या महिला शरणार्थियों को बर्थ कंट्रोल किट बांटेगी 

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
बांग्लादेश सरकार 80 हजार प्रेगनेंट रोहिंग्या महिला शरणार्थियों को बर्थ कंट्रोल किट बांटेगी फाइल फोटो (रोहिंग्या शरणार्थी)

नई दिल्ली। बांग्लादेश सरकार के मंत्री ने कहा है कि रोहिंग्या मुसलमानों के बीच परिवार नियोजन अभियान चलाया जाएगा। म्यांमार के जातीय अल्पंसख्यक नागरिकों के बड़े पैमाने पर बांग्लादेश में दाखिल होने के बाद इन शरणार्थियों की जनसंख्या में तेजी से बढ़ोतरी की आशंका के बीच मंत्री ने यह बयान दिया है।

अधिकारियों ने बताया कि रोहिंग्या समुदाय को अपने परिवार का आकार छोटा रखने के लिए प्रेरित करने की योजना तैयार की जा रही है। उन्हें जन्म नियंत्रण गोलियां और अन्य गर्भ निरोधक दिए जा रहे हैं ताकि वे परिवार नियोजन के साथ ही यौन संचारी रोगों की चपेट में आने से बच सकें। बांग्लादेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मोहम्मद नसीम ने बताया, 'यौन संचारी रोगों और जन्म नियंत्रण के तौर-तरीकों के बारे में रोहिंग्या समुदाय के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए हमने अब तक 6 मेडिकल टीमें बनाई हैं।'

ये भी पढ़ें-मनोवैज्ञानिक से सुनिए “कैसे बचाए अपने बच्चों को ब्लू व्हेल के चंगुल से”

म्यांमार के रखाइन राज्य में रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ छिड़ी हिंसा के बाद बांग्लादेश पलायन करनेवालों में सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं और बच्चों की है। शरणार्थी कैंपों में सीमित सुविधाओं के बीच ढाका के लिए सबसे बड़ी चुनौती गर्भवती महिलाएं हैं। 'ढाका ट्रिब्यून' की मानें तो इन शरणार्थियों में से 80 हजार महिलाएं जल्द ही मां बनने वाली हैं और अब तक 200 बच्चे जन्म ले चुके हैं। इस चुनौती को देखते हुए अब बांग्लादेश सरकार ने शरणार्थियों को बर्थ कंट्रोल किट मुहैया करवाने का फैसला लिया है।

ये भी पढ़ें-एच-1बी वीजा की प्रीमियम प्रोसेसिंग फिर शुरू

अधिकारियों और विशेषज्ञों ने बताया कि यह पहल अहम है, क्योंकि पिछड़ेपन के शिकार रोहिंग्या समुदाय में प्रजनन दर अधिक है जबकि जन्म नियंत्रण उपायों के बारे में उन्हें कुछ खास पता नहीं है। मंत्री ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) ने कहा कि 25 अगस्त को शरणार्थियों के आने का सिलसिला हाल में शुरू होने के बाद से दक्षिण-पश्चिमी बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में अस्थायी रोहिंग्या शिविरों में तैनात दाइयों ने कम से कम 200 बच्चे पैदा होते देखा है। संयुक्त राष्ट्र ने 35 प्रशिक्षित दाइयों को शरणार्थी कैंपों में महिलाओं की सहायता के लिए तैनात किया है।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

          

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.