गर्भवती महिलाओं के पोषण के लिए 400 करोड़ रुपए का बजट
श्रृंखला पाण्डेय 12 Feb 2016 5:30 AM GMT
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2016-17 के लिए बजट पेश किया है, जिसमें महिला एवं बाल कल्याण विभाग के लिए इस बार बजट कुछ इस तरह से है:
गर्भवती महिलाओं के लिए फीडिंग कार्यक्रम के लिए 400 करोड़ रुपए, अतिकुपोषित बच्चों की फीडिंग योजना के लिए 125 करोड़ रुपए, निराश्रित महिला व उनके बच्चों के लिए अनुदान योजना के तहत सामान्य वर्ग के लाभार्थियों के लिए 541 करोड़ रुपए अनुसूचित जाति एवं जनजाति की निराश्रित महिलाओं के लिए 96 करोड़ रुपए की व्यवस्था, वृद्ध महिला आश्रम योजना के लिए 6.50 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई।
बजट के बारे में महिला कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश की सलाहकार सरोज श्रीवास्तव बताती हैं, ''सरकार ने इस बार ये अच्छा सोचा है कि निराश्रित महिलाओं के लिए भी अलग बजट है क्योंकि अब संयुक्त परिवार खत्म हो रहे हैं और पति की मृत्यु के बाद कई बार महिलाएं अपनी संपत्ति और रोजी रोटी के लिए भटकती थी अब उन्हें आसानी होगी।"
वो आगे बताती हैं, ''इसके अलावा वृद्घ महिला आश्रमों के लिए जो बजट है वो भले कम है क्योंकि इनकी स्थिति पहले से भी खराब है अगर इनके लिए किसी काम की व्यवस्था की जाती तो इनके लिए आसानी होती इसके अलावा इनकी सुरक्षा पर किसी का ध्यान नहीं होता। इन सब पर अब ध्यान दिया जा सकता है। बजट में महिलाओं के पोषण पर भी ध्यान रखा गया है ये अच्छी बात है क्योंकि इससे मातृ स्वास्थ्य में सुधार होगा। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाएं बढ़ेगीं।"
पिछले बजट में महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने और उनके सशक्तिकरण के लिए महिला सम्मान कोष के गठन के लिए 100 करोड़ रुपए की बजट व्यवस्था प्रस्तावित की गई थी। इस बार भी रानी लक्ष्मीबाई आशा ज्योति केेन्द्र के अन्तर्गत विभिन्न सुविधाएं सुलभ कराने के लिए 12 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
इसके अलावा इस बार सरकार ने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भी ध्यान दिया है। दो हजार आंगनबाड़ी केद्रों के उच्चीकरण का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए 13 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित किया गया है और बाल पुष्टाहार कार्यक्रम के लिए 3220 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।
More Stories