नींद न आना कहीं बीमारी तो नहीं

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नींद न आना कहीं बीमारी तो नहींgaon connection, sehat connection

लखनऊ। बदलती जीवनशैली और तनाव के कारण अब नींद न आने की बीमारी यानि अनिद्रा शहरों के साथ गाँव में भी पहुंच रही है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए सात से आठ घंटें की नींद बहुत जरूरी है। नींद न पूरी होने पर चिड़चिड़ापन, आँखों के नीचे कालापन, चेहरे पर झुर्रियां आदि भी हो जाती है। नींद न आने के कई कारण हो सकते हैं, इसके बारे में लखनऊ की मनोवैज्ञानिक डॉ नेहा आनन्द बताती हैं, ''नींद न आना एक बीमारी है, जिसे लोग हल्के में लेते हैं लेकिन धीरे धीरे ये बड़ी परेशानी बन जाती है। ये हर उम्र की समस्या है बस उनके कारण अलग हैं।"

समय निर्धारित करें

कई बार ये भी देखा जाता है कि सोने या उठने का कोई निर्धारित समय न होना भी पूरा रूटीन खराब कर देता है। जल्दी सोने और उठने की आदत डालें। ऐसा करने से आपको खुद ही अंतर दिखेगा, दिनभर ताजगी रहेगी। सुस्ती या थकान भी कम होगी। सही दिनचर्या पूरे दिनभर के काम पर असर डालती है। 

टीवी या मोबाइल का देर रात तक इस्तेमाल

नींद न आने में सबसे ज्यादा भूमिका मोबाइल, इंटरनेट और टीवी का है। इसमें इंसान देर रात तक व्यस्त रहता है और सुबह देर से उठता है ये पूरी दिनचर्या को खराब कर देता है। इसलिए कोशिश करें कि सोने का एक निश्चित समय हो और उसके हिसाब से ही सोने का माहौल बनाएं। सोते समय हमेशा मन में अच्छे और सकारात्मक विचार रखिए। सोने की जगह शांत हो और लाइट हल्की हो या बंद हो। 

तनाव

कई बार हम किसी बात को लेकर तनाव में होते हैं या बार-बार वही सोचते हैं ऐसे में भी नींद नहीं आती। ये दिक्कत रात में ज्यादा होती है क्योंकि  दिनभर हम काम में व्यस्त होते हैं और रात को खाली समय में बातें दिमाग में आती हैं। इसके लिए दूसरों से बातें शेयर करें जिससे तनाव न हो जहां तक हो अपने आप को व्यस्त रखें और सोने से पहले अधिक न सोचें।

नशे की लत

सिगरेट, शराब या गुटखा आदि के नियमित सेवन से भी अनिद्रा की समस्या आती है। ज्यादा नशा करने और नशा न मिलने की वजह से भी नींद नहीं आती है। एल्कोहल से आपके सोने की दिनचर्या पर भी असर पड़ता है। इसे पूरे दिन चिड़चिड़ापन और थकान रहती है। रात में सोने से पहले दूध पिएं, जिससे अच्छी नींद आएगी।

चाय या कॉफी

चाय-कॉफ़ी को नींद का दुश्मन समझा जाता है। बहुत ज्यादा सेवन स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। इसलिए रात को सोने से पहले तो चाय या कॉफी की आदत न डालें। इसके अलावा दिन में भी दो या तीन से ज्यादा बार न पिएं। 

संतुलित आहार

खान-पान हमारे हर चीज पर असर डालता है। रात का खाना हमेशा हल्का होना चाहिए। सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध लें, इससे नींद अच्छी आती है। ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं ये अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। 

तलवे की मसाज

सोने से पहले हाथ-पैर साफ  करें और फिर अपने तलवों की मसाज करें। अच्छी नींद के लिए रोज सोने से पहले इस मसाज से आपकी अनिद्रा की समस्या दूर हो जाएगी। इससे रक्त का संचार सही से होता है। 

व्यायाम

सोने से पहले हल्के फुल्के व्यायाम करें। कुछ योग ऐसे हैं जिनसे अनिद्रा की बीमारी दूर होती है, जैसे शवासन, वज्रासन, भ्रामरी प्राणायम आदि। इन्हें नियमित रूप से करने से नींद अच्छी आती है। 

"मेरे पास ऐसे मरीज़ भी आते हैं जो दिनभर काम करके थके होते हैं, सोना चाहते हैं फिर भी उन्हें नींद नहीं आती। ऐसे में उन्हें थोड़ा सा अपनी जीवनशैली को बदलने की जरूरत होती है। युवाओं में आजकल ये बीमारी सबसे ज्यादा हो रही है और इसका कारण मोबाइल, फेसबुक और व्हाट्सएप है, जो उनके पूरी लाफफस्टाइल को बदल रहा है।" डा. नेहा आनन्द, मनोवैज्ञानिक 

 

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