निर्वाचित सरकारों को हटाना जनादेश का अपमान: सोनिया
गाँव कनेक्शन 14 July 2016 5:30 AM GMT
नांदेड (भाषा)। उच्चतम न्यायालय द्वारा बृहस्पतिवार को अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बहाल करने का आदेश दिए जाने के बाद सोनिया ने आरोप लगाया, ‘‘मौजूदा सरकार ने सत्ता के लालच में अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड में उचित तरीके से निर्वाचित सरकारों को गिराया और जनादेश का अपमान किया।'' सोनिया ने ये बात कांग्रेस द्वारा आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कही।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता शंकर राव चव्हाण की एक प्रतिमा का अनावरण करने और उनके नाम पर एक स्मारक पुस्तकालय का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘हम सभी को हमारे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए उच्चतम न्यायालय पर बहुत गर्व है।'' समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे।
सोनिया ने कहा, ‘‘अगर शंकर राव आज जीवित होते, वह यह सब देखकर बहुत दुखी होते और इन असंवैधानिक कदमों का विरोध करते।'' सोनिया ने राजग सरकार पर पिछली संप्रग सरकार के दौरान शुरू की गयी कल्याणकारी योजनाओं को कमजोर करके किसानों और कमजोर वर्ग के लोगों को लाभ से वंचित करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘दुख की बात है कि किसानों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं के लिए मनमोहन सिंह सरकार की बनाई कल्याण योजनाओं को कमजोर किया जा रहा है। नतीजतन लाखों परिवार आघात सह रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार किसानों के फायदे के लिए पिछले 60 साल में उठाए गए कल्याणकारी कदमों को कमजोर कर रही है।'' सोनिया के अनुसार कांग्रेस किसानों की आवाज को दबने नहीं देगी।
शंकर राव चव्हाण की सेवाओं को याद करते हुए और उनकी सराहना करते हुए सोनिया ने कहा कि दिवंगत नेता को उनकी प्रशासनिक सूझबूझ के लिए ‘हैडमास्टर' के तौर पर जाना जाता था। उन्होंने कहा, ‘‘चव्हाण उन नेताओं में शामिल रहे जिन्होंने अपने छात्र राजनीति के दिनों से महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।'' सोनिया ने कहा, ‘‘चव्हाण इंदिराजी के निष्ठावान सहयोगियों में थे। मुझे खुशी है कि उनके परिवार ने जनता की सेवा की उनकी विरासत को जारी रखा है।'' उन्होंने कहा कि शंकरराव ने राजीव गांधी के साथ भी काम किया। वह किसानों और आदिवासियों की फिक्र करते थे। सोनिया ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि चव्हाण का स्मारक युवाओं को प्रेरित करेगा।''
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