प्रधानमंत्री की ‘चुप्पी’ पर वृंदा करात ने सवाल उठाए
गाँव कनेक्शन 23 July 2016 5:30 AM GMT

राजकोट (भाषा)। गुजरात के एक गाँव में दलितों की पिटाई की घटना पर ‘खामोश’ रहने के लिए माकपा की नेता वृंदा करात ने शनिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि इस घटना को अंजाम देने वाली गौरक्षा समितियों की ‘आपराधिक गतिविधियों’ को उनका समर्थन हासिल है।
शनिवार सुबह राजकोट हवाईअड्डे पर पहुंची करात ने कहा कि वे मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं कर रही हैं और उनके दौरे का उद्देश्य पीडि़तों के प्रति समर्थन व्यक्त करना है। उन्होंने कहा, “एक ओर दलित विरोध और गुस्से में आत्महत्या कर रहे हैं, इस घटना पर देशभर में गुस्सा है लेकिन प्रधानमंत्री की चुप्प्पी बताती है कि कथित गौरक्षा समितियों की आपराधिक गतिविधियों को उनका समर्थन हासिल है।”
करात और माकपा के सांसद पी के बीजू गिर सोमनाथ की उना तहसील के मोटा समाधियाला गाँव अत्याचार के शिकार दलितों और उनके परिवारों से मिलने पहुंचे।
कथित तौर पर एक मृत गाय की चमड़ी उतारने के आरोपी दलितों युवकों की बुरी तरह पिटाई की गई थी। 11 जुलाई को हुई इस घटना में कथित तौर पर गौररक्षा समितियों का हाथ है। घटना का काफी विरोध हुआ था और गुजरात के अन्य हिस्सों में इसके विरोध में दलित समुदाय के लोगों ने आत्महत्या का प्रयास भी किया था।
बीजू ने कहा कि बीते 15 साल के भाजपा के शासन में गुजरात में दलितों की स्थिति और खराब हो गई है। उन्होंने कहा, “यह हम सभी के लिए गंभीर चिंता का विषय है।”
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