जन सहायता केंद्र से हो रहा ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान 

Divendra SinghDivendra Singh   22 Feb 2017 3:45 PM GMT

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जन सहायता केंद्र से हो रहा ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान जन सहायता केन्द्रों के माध्यम से ग्रामीणों कि समस्या का निदान हो रहा हैं

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

प्रतापगढ़। इलाहाबाद और प्रतापगढ़ जिले के दर्जनों गाँवों के लोगों को अब अपनी समस्या के लिए विभागों में भटकना नहीं पड़ता है, गाँव में ही जन सहायता केन्द्र की मदद से उनकी समस्याओं का समाधान हो जाता है।

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जिला मुख्यालय से लगभग 30 किमी दूर मानधाता ब्लॉक के कटरा गुलाब सिंह गाँव स्थित भयहरण नाथ धाम पर हर मंगलवार को जन सहायता केन्द्र पर दर्जनों लोग हर दिन आवेदन करते हैं। भयहरण नाथ धाम पर पिछले वर्ष 26 जनवरी 2016 से आम लोगों की व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक मंगलवार को जन सहायता केन्द्र सुबह 10 बजे से दो बजे तक संचालित हो रहा है। इसी दिन प्रत्येक मंगलवार को मेला भी लगता है, जिसमें प्रतापगढ़ ही नहीं इलाहाबाद के भी लोग आते हैं।

जन सहायता केन्द्र से ग्रामीणों बहुत सुविधा मिल रही है, गाँव में लोगों को पता ही नहीं होता है कि वह अपनी परेशानी लेकर कहां ले जाएं।
राज नारायण मिश्र, निवासी, कटरा गुलाब सिंह

केंद्र पर अभी तक कुल 360 आवेदन 14 फरवरी 2017 तक आए हैं, जिनमें से लगभग 125 से अधिक आवेदनों का निस्तारण हो गया है। जन सहायता केंद्र की शुरुआत करने वाले समाज शेखर कहते हैं, “कोई भी आवेदन करता है तो तो उसके आवेदन की पांच प्रतियां तैयार की जाती हैं। जिसकी एक प्रति सम्बंधित अधिकारी व विभाग को प्रेषित होती है। दूसरी प्रति सम्बंधित जनपद के जिलाधिकारी और तीसरी प्रति आयुक्त को भेजी जाती है। चौथी प्रति महासचिव के इलाहाबाद स्थित कैंप कार्यालय और पांचवी मूल प्रति प्रशासनिक कार्यालय में रिकार्ड में रखी जाती हैl”

इलाहाबाद और प्रतापगढ़ जिलों के करीब सात विकास खंडों के आवेदन यहां आ रहे हैं, जिसमें इलाहाबाद के सोंराव तहसील के होलागढ़, सोंराव और मऊआइमा विकास खंड और प्रतापगढ़ के सदर तहसील के मान्धाता और कुंडा तहसील के बिहार विकास खंड से आवेदन आते हैं। समाज शेखर आगे बताते हैं, “इस केंद्र के माध्यम से गरीब, कमजोर और असहाय लोगों को सीधे लाभ मिल रहा है। केंद्र पर आवेदन का कोई पैसा नहीं लगता है।”

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org

     

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