सेहत की रसोई: गरमागरम मकई चने की टिक्की बनाने की विधि

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सेहत की रसोई: गरमागरम  मकई चने की टिक्की बनाने की विधिगरमागरम मकई चने की टिक्की।

सेहत की रसोई यानि बेहतर सेहत आपके बिल्कुल करीब। हमारे बुजुर्गों का हमेशा मानना रहा है कि सेहत दुरुस्ती के सबसे अच्छे उपाय हमारी रसोई में ही होते हैं। इस कॉलम के जरिए हमारा प्रयास है कि आपको आपकी किचन में ही सेहतमंद बने रहने के व्यंजन से रूबरू करवाया जाए। सेहत की रसोई में इस बार हमारे मास्टरशेफ भैरव सिंह राजपूत इस बार पाठकों के लिए ला रहे हैं मकई चने की टिक्की और इस रेसिपी के खास गुणों की वकालत करेंगे हमारे अपने हर्बल आचार्य यानि डॉ. दीपक आचार्य

मकई चने की टिक्की

आवश्यक सामग्री

150 ग्राम ताजे हरे मक्के के दाने

50 ग्राम काला चना या देसी चना

2 प्याज से तैयार लच्छा

1 बड़ा नींबू

2 इंच आकार का अदरक

4 हरी मिर्च

2 चुटकी हल्दी पाउडर

5 ग्राम जीरा

10 मिली देसी घी

स्वादानुसार लाल मिर्च

थोड़ी सी करी पत्ता या मीठी

नीम की पत्तियां

नमक स्वादानुसार

विधि

काले चने की बताई गई मात्रा को पानी में डालकर करीब एक घंटे के लिए रख दिया जाए। इस दौरान ताजे हरे मक्कों से दाने निकाल लें और साथ ही साफ धुले हुए नींबू, हरी मिर्च, अदरक आदि को बारीक काटकर तैयार रखें। एक घंटे बाद चनों को पानी से बाहर निकाल लें और मकई के दानों के साथ मिलाकर ग्राइंड कर लें।

ग्राइंड होने के बाद इसमें प्याज, लाल मिर्च, अदरक, जीरा, हल्दी, करी पत्ता और नमक भी मिला दें। इस मिश्रण को हथेली में थोड़ा थोड़ा लेकर मध्यम आकार की गोल बॉल की तरह तैयार करें, और बाद में इन्हें हल्का सा दबाकर टिक्की बना लें। एक तवे पर घी को डालकर फैला लिया जाए और हलका गर्म किया जाए और टिक्कियों को इस पर रखकर दोनों सतहों से २-२ मिनट की सेंकाई करें। एक प्लेट में प्याज के लच्छे और नींबू के टुकड़े रखकर गर्मागरम परोसें, आनंद आ जाएगा।

क्या कहते हैं हर्बल आचार्य

गरमागरम टिक्की, कमाल की रेसिपी है ये तो मक्के के दाने उबाल कर खाने से आमाशय मजबूत होता है, यह खून को बढ़ाने वाला (रक्त-वर्धक) भी होता है।

कहा जाता है कि जिन्हें रक्त अल्पता (एनिमिया) की शिकायत हो, एक महीने तक लगातार एक मक्का उबालकर खाएं तो समस्या का संपूर्ण निदान हो जाता है। आदिवासियों के अनुसार टी.बी. के रोग से पीड़ित व्यक्ति को मक्का की रोटी खिलाने से लाभ होता है। वैसे आदिवासी जानकार बुखार से निपटने के बाद व्यक्ति को मक्का जरूर खिलाते हैं, माना जाता है कि मक्का स्वयं एक पूर्ण आहार की तरह कार्य करता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।

चने के शारीरिक ऊर्जा को पाने का खास उपाय माना जाता है, अपने बच्चों को भुने या उबले हुए चने को अच्छी तरह से चबाकर खाने की सलाह दें और ऊपर से 1-2 चम्मच शहद पीने के लिए कहें, यह शरीर को बहुत ही स्फूर्तिवान और शक्तिशाली बनाता है। जीरा एसीडिटी छू मंतर करता है तो नींबू विटामिन सी की भरपाई, हल्दी, अदरख और प्याज आदि का जिक्र तो आप अक्सर सुनते ही होंगे, कुल मिलाकर कम वसा और ज्यादा ऊर्जा लिए ये रेसिपी आपके पूरे परिवार के लिए सेहत की दृष्टि से खास है, जरूर खाना चाहिए।

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