#स्वयंफेस्टिवल : गाँव की सीरत बदलने का अभिनव प्रयास, पेश हैं दूसरे दिन की झलकियां
Ashish Deep 4 Dec 2016 12:01 PM GMT
रंगोली के बहाने समाज सुधार के रंग
बाराबंकी। रंगोली के जरिये बाराबंकी में छात्राओं ने स्वयं फेस्टिवल में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। लड़कियों ने रंगोली में खेती के रंग उंकेरे। भारत का नक्शा, समृध्द किसान, कन्याभ्रूण हत्या, पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों में बच्चियों के मन में जो डर, आशंकाएं और जिज्ञासा है, उसकी नजीर भी रंगोली के रंगों में दिखाई दी।
गाँव की महिलाएं सीख रहीं इंटरनेट
सीतापुर में गाँव की महिलाओं को इंटरनेट सिखाने के लिए स्वयं फेस्टिवल ने गूगल को बेहतर मंच उपलब्ध कराया है। इसके तहत सीतापुर में गूगल साथी महिलाओं को इंटरनेट का प्रशिक्षण देगा। इससे महिलाएं खेती-किसानी में नए प्रयोग सीख पाएंगी।
जूडो-कराटे ने बढ़ाया आत्मविश्वास
रायबरेली के लालगंज के बख्शी मैमोरियल पब्लिक स्कूल के छात्रों को आत्मरक्षा के गुण भी सिखाए गए। स्कूल के लगभग 150 छात्रों को कराटे का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण से छात्रों में भी आत्मविश्वास आया। अनय लोग भी इस प्रशिक्षण से प्रेरित हुए। विशेष रूप से छात्राओं में इसका उत्साह ज्यादा देखले को मिला।
सम्मान पाकर भावविभोर हुए गुरुजन
आगरा में बिचपुरी ब्लाक के एक प्राथमिक विद्यालय में स्वयं फेस्टिवल में गुरुजनों का शिक्षा क्षेत्र में अभिन्न योगदान के लिए सम्मान हुआ। बच्चों ने कला प्रतियोगिता में बेहतरीन से बेहतरीन कला कृतियां बनाईं।
More Stories