अदालत के आदेश का कोई असर नहीं, आबादी के बीच खुल रही शराब की दुकान 

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अदालत के आदेश का कोई असर नहीं, आबादी के बीच खुल रही शराब की दुकान पीलीभीत के मोहल्ला मदीना शाह में स्थित देशी शराब का ठेका ।

अनिल चौधरी, स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

पीलीभीत। अदालत का आदेश है कि हाईवे के किनारे, शहर की आबादी के बीच किसी धार्मिक स्थल के आसपास कच्ची या अंग्रेजी शराब की दुकानों नहीं होंगी, लेकिन जिला प्रशासन पीलीभीत पर अदालत के आदेशों का कोई असर होता नज़र नहीं आ रहा है। इसका जीता-जागता उदाहरण पीलीभीत के मोहल्ला मदीना शाह में स्थित देशी शराब का ठेका है।

यह शराब की दुकान घनी आबादी के बीच स्थित है, जिसके एक ओर मस्जिद है जो शराब की दुकान से मात्र 50 मी. की दूरी पर स्थित है और दूसरी ओर हनुमान मंदिर है। इन सबके बावजूद भी प्रशासन की खामोशी से यहां कच्ची शराब की बिक्री का कार्य धड़ल्ले से चल रहा है। यहां गौर करने की बात यह है कि मोहल्ला मदीना शाह में चलने वाली इस शराब की दुकान का लाइसेंस देशनगर मोहल्ले का है जबकि इसको मदीनाशाह में काफी लंबे समय से चलाया जा रहा है।

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प्रतिवर्ष लाखों-करोड़ों रुपए का राजस्व सरकार को इस शराब की दुकान से प्राप्त होता है, लेकिन फिर भी जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए कहीं अन्य जगह तलाश की जा रही है। जगह उपलब्ध होते ही इस शराब की दुकान को यहां से हटा लिया जाएगा।
अजयकांत सैनी, अपर जिलाधिकारी

शहर कोतवाल को प्रतिदिन इस शराब की दुकान पर पुलिस पिकेट लगाने का आदेश जारी किया और समय-समय पर ‘ऑपरेशन पियक्कड़’ चलाकर शराबियों को जेल की हवा खिलाने का फरमान भी जारी किया।
देवरंजन वर्मा,पुलिस अधीक्षक

प्रतिदिन शाम के वक़्त इस शराब की दुकान पर शराबियों की जबरदस्त भीड़ इकट्ठी हो जाती है जो शराब खरीदकर आसपास रहने वाले लोगों के मकान के दरवाज़ों और चबूतरों पर ही बैठकर शराब पीते हैं। नशा होने के बाद गंदी-गंदी गालियों का प्रयोग करते हैं, जिससे मोहल्ले में रहने वाली माहिलाओं का घर से निकलना भी दूभर हो गया है। मोहल्ले वाले इस मामले की शिकायत सभी अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से कर चुके हैं और काफी समय से इस शराब की दुकान को यहां से हटाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों पर क्षेत्रवासियों की मांग का कोई असर होता नज़र नहीं आ रहा है।

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