एनटीपीसी हादसा : मरने वालों की संख्या हुई 30, जांच के लिए टीम गठित

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एनटीपीसी हादसा : मरने वालों की संख्या  हुई 30, जांच के लिए टीम गठितहादसे की तस्वीर

रायबरेली। ऊंचाहार के एनटीपीसी प्लांट की यूनिट में हुए धमाके में मरने वालों की संख्या 22 हो गई है। राय बरेली के डीएम संजय कुमार ने बताया कि 66 लोग घायल हैं। एनडीआरएफ बचाव कार्य कर रही है। घायलों का फिलहाल अस्पतालों में इलाज जारी है।

डीएम ने कहा, “हमने मजिस्ट्रेट और एक तकनीकी अधिकारी की टीम का गठन किया है, जो इस घटना की मैजिस्ट्रियल जांच करेगा।” हादसे में घायलों में एनटीपीसी के तीन एजीएम भी शामिल हैं। मृतकों में उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के लोग शामिल हैं।

हादसे के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सूरत का दौरा छोड़कर रायबरेली के लिए रवाना हो गए हैं। राहुल गांधी तीन दिन के गुजरात दौरे पर थे। उत्तर प्रदेश व केंद्र सरकार के कुछ मंत्री भी आज हादसे के स्थल पर पहुंचेंगे।

रायबरेली अस्पताल के डॉक्टर तहला शम्सी का कहना है कि मुख्य एंबुलेंस तैयार हैं और घायलों को उपचार के लिए उन्नाव, प्रतापगढ़ व बलराम पुर भेजा जा रहा है।

यूपी के मुख्यमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान

हादसे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रायबरेली की सांसद सोनिया गांधी ने शोक संवेदना व्यक्त किया है। योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह को हादसे के पीड़ितों को हर संभव राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं और मृतकों के लिए 2 - 2 लाख मुआवजे का ऐलान किया है। गंभीर घायलों को 50 - 50 हज़ार व सामान्य घायलों को 25 -25 हज़ार रुपये दिए जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मृतकों के परिजनों के लिए दो लाख और घायलों के लिए 50 हजार की सहायता राशि की घोषणा की ।

कैसे हुआ हादसा

एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना के संयंत्र क्षेत्र में नवनिर्मित पांच सौ मेगावाट क्षमता की छठी इकाई में बिजली उत्पादन का काम चल रहा था। शाम करीब पांच बजे ब्वॉयलर की राख निकलने वाली पाइप में अचानक तेज आवाज के साथ धमाका हो गया। लगभग 90 फीट ऊंचाई पर विस्फोट हुआ और प्लांट के चारों ओर गर्म राख फैल गई। ब्वॉयलर के आसपास निजी कंपनी के दो सौ से ज्यादा श्रमिक, एनटीपीसी के कर्मचारी व अधिकारी काम में जुटे थे। ये सभी राख की चपेट में आ गए। हादसे की सूचना पर एनटीपीसी प्रबंधन सक्रिय हुआ।

गर्म राख को हटाकर घायलों को बाहर निकालने का काम शुरू हुआ। सबसे पहले घायलों को एनटीपीसी अस्पताल लाया गया। फिर उनकी गंभीर हालत को देखते हुए रायबरेली या लखनऊ रेफर किया जाने लगा। जानकारी के मुताबिक यह हादसा एनटीपीसी ऊंचाहार की 500 मेगावाट की छठी यूनिट हुआ है। इ

एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार के मुताबिक यह हादसा बुधवार शाम पांच से साढ़े पांच बजे मध्य का है। शुरुआती पड़ताल में सामने आया है कि बॉयलर के नीचे जलने वाली आग की राख पाइप से बाहर नहीं निकल सकी थी। जिससे ऐश पाइप में गैस का प्रेशर बनने से पाइप व बॉयलर में जोरदार ब्लास्ट हो गया।

     

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