भाजपा विधायक ने लगाई फटकार तो रोने लगी लेडी IPS, वीडियो वायरल

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
भाजपा विधायक ने लगाई फटकार तो रोने लगी लेडी IPS, वीडियो वायरलबीजेपी विधायक ने महिला आईपीएस को लगाई फटकार।

गोरखपुर (भाषा)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर में भाजपा के एक विधायक ने आज एक महिला आईपीएस अधिकारी को कथित तौर पर फटकार लगायी, जिससे महिला अधिकारी रुआंसी हो गयी।

यह घटना कैमरा में कैद हो गयी तथा आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया। महिला पुलिस अधिकारी ने आरोप लगाया कि उससे बदसलूकी की गयी जबकि विधायक ने इस आरोप से साफ इंकार किया।

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

पुलिस का दावा है कि विधायक इस बात को लेकर नाराज थे कि महिला अधिकारी ने शराब की एक दुकान का विरोध कर रहे कुछ लोगों को वहां से हटाया था। विधायक ने उन लोगों को उनके आने तक वहीं रुकने को कहा था। वहीं विधायक ने पुलिस अधिकारी पर सख्ती बरतने का आरोप लगाया और उनके आरोपों को निराधार बताया।

यह घटना शहर के करीमनगर क्षेत्र की है, जहां कुछ लोग शराब की एक दुकान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने उन लोगों को वहां से हटाया था। इसी तनाव के बीच स्थानीय भाजपा विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने उनसे शिकायत की कि पुलिस अधिकारी चारु निगम ने उन्हें जबरन हटाया है।

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एक महिला के साथ मारपीट की और 80 साल के एक बुजुर्ग को घसीटा। इस पर विधायक ने पुलिस कार्रवाई के बारे में महिला अधिकारी से सवाल किया और उनसे कहा कि राज्य सरकार का आदेश है कि घनी बस्तियों में शराब की दुकानें नहीं चलेंगी। इस बातचीत के दौरान ही महिला अधिकारी रुमाल निकालकर आंसू पोंछने लगीं। इसका विजुअल टीवी चैनलों पर प्रसारित किया गया।

पुलिस अधिकारी ने बाद में आरोप लगाया कि विधायक ने उनकी बेइज्जती की। चारु निगम ने कहा, ‘‘विधायक ने मेरे साथ बदसलूकी की और वह यह भूल गये कि वह एक महिला पुलिस अधिकारी से बात कर रहे हैं।'' फुटेज में आंसू पोछते दिखाये जाने के बारे में उन्होंने कहा कि वह रोयी नहीं थी बल्कि जब वरिष्ठ अधिकारी ने उनका समर्थन किया तो वह भावुक हो उठी थीं।

घटना के बारे में चारु निगम ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाया गया था क्योंकि वे यातायात बाधित कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि विधायक जब तक वहां पहुंचे, सड़क प्रदर्शनकारियों से खाली हो गयी थी। संभवत: इसी से वह नाराज हो गये क्योंकि उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा था कि उनके आने तक वे वहीं रुकें।

वहीं, अग्रवाल ने आरोप लगाया कि आईपीएस अधिकारी प्रदर्शनकारियों से ज्यादती कर रही थीं। ये प्रदर्शनकारी क्षेत्र में शराब की दुकान बंद कराने की मांग कर रहे थे। वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन महिला पुलिस अधिकारी ने उन्हें जबरन हटाया। इस दौरान उन्होंने एक महिला से मारपीट की और 80 साल के बुजुर्ग को घसीटा। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

अग्रवाल ने इस आरोप से इंकार किया कि उन्होंने महिला अधिकारी से बदसलूकी की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और शराब माफिया के बीच गुपचुप समझौता था और 15 दिन पहले ही बंद हुयी शराब की एक दुकान अचानक फिर से खुल गयी।

फुटेज के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि क्या वीडियो में उनके हावभाव से लग रहा है कि वह महिला से बदसलूकी कर रहे हैं। ‘‘मैं क्षेत्राधिकारी (चारु) से बात नहीं कर रहा था बल्कि पुलिस अधीक्षक (नगर) से बात कर रहा था।'' चारु एंटी रोमियो स्क्वायड में सक्रिय आईपीएस अधिकारी हैं और कुछ मीडिया संगठनों ने उन्हें ‘लेडी सिंघम' का नाम भी दे दिया है।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

       

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.