पुल नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ, ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार

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पुल नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ, ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार

दीपक सिंह

कम्युनिटी जर्नलिस्ट

बाराबंकी (उत्तर प्रदेश)। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान हो रहे हैं, लेकिन बाराबंकी के इस गाँव के चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है।

जनपद मुख्यालय से 30 किमी दूरी पर सिद्धौर विकासखंड के ग्राम पंचायत कमालापुर, पहाड़पुर में ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। वहीं ग्रामीणों का यही नारा रहा 'पुल नहीं तो वोट नहीं' सुबह से चल रहा विरोध प्रर्दशर्न जब तक कोई उच्चाधिकारी मौके तक नहीं आयेगा हमारा प्रदर्शन नहीं खत्म होगा और हम वोट नहीं डालेंगे।

गांव की ही किरण रावत बताती हैं, "हम किसी कीमत पर मतदान नहीं करेंगे, हमारी समस्या इतनी बड़ी है, जिसे लेकर कोई नेता ध्यान नहीं देता चुनाव आता है तो सब लुभावने वादे करते हैं। जीतने के बाद हमें भूल जाते हैं। हम लोगों को नदी पार करके 20 मिनट का रास्ता 2 घंटे में तय करना पड़ता है। गांव के बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते किसी बड़े-बूढ़े को बीमार होने पर एंबुलेंस गांव तक नहीं आ पाती जिसके लिए हम लोग कई बार मांग कर चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई आज हम लोग मतदान बहिष्कार करते हैं और किसी कीमत पर भी वोट नहीं डालेंगे।"

कमालपुर गांव के जगमोहन रावत कहते हैं, "जब चुनाव नजदीक आता है, तो नेता लुभावने वादे करते हैं और कहते हैं कि जब हम जीतेंगे तो पुल बनवाएंगे उसके बाद अपना चेहरा तक नहीं दिखाते। यह कोई नया खेल नही है जो सांसद आते है वादे करते हैं कि पुल वनवा देंगे, लेकिन जीतने के बाद हमारे सपनों पर पानी फेर देते हैं।

वहीं जब हमने गांव के पोलिंग बूथ पर मौजूद सेक्टर मजिस्ट्रेट से बात की तो उन्होंने बताया मतदान बहिष्कार ग्रामीणों द्वारा किया गया है। हम लोगों द्वारा मौके पर जाकर समझाने का बहुत प्रयास किया गया। लेकिन कोई समझने को तैयार नहीं है ग्रामीणों की मांग है। जब तक डीएम मौके पर नहीं आते हम वोट नहीं डालेंगे फिलहाल हमारा प्रयास जारी है।

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