गाँव कनेक्शन की खबर का असर : मनीषा को यूपी बोर्ड की परीक्षा में बैठने की विशेष अनुमति मिली

Ajay MishraAjay Mishra   23 Nov 2017 6:40 PM GMT

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गाँव कनेक्शन की खबर का असर : मनीषा को यूपी बोर्ड की परीक्षा में बैठने की विशेष अनुमति मिलीकन्नौज में गोमती देवी गर्ल्स इण्टर कॉलेज में कक्षा 10 की छात्रा है मनीषा। फोटो: अजय मिश्रा

गाँव कनेक्शन, स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

कन्नौज। कन्नौज की एक दलित लड़की का फीस न भर पाने के कारण नाम काट दिया गया। गाँव कनेक्शन के प्रयास से मनीषा को यूपी बोर्ड की परीक्षा में बैठने की विशेष अनुमति मिली है। आज मनीषा का सपना पढ़-लिखकर पुलिस की नौकरी करने का है।

पुलिस अधीक्षक ने पढ़ाई समेत मनीषा का पूरा खर्च खुद उठाने की बात कही है। इतना ही नहीं, हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा का फार्म भरने के लिए 14 नवम्बर को मां के साथ वह इलाहाबाद निकल जाएगी।

पुलिस अधीक्षक ने कार्यालय बुलाया

पुलिस अधीक्षक कन्नौज हरीश चन्दर ने शहर के मोहल्ला भगवानपुर निवासी 15 साल की मनीषा शंखवार और उसकी मां मिथलेश को अपने कार्यालय बुलाया। संरक्षण अधिकारी विजय कुमार राठौर, आपकी सखी आशा ज्योति केंद्र में 181 काउंसलर देवांश प्रिया मनीषा को लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे।

जब तक पढ़ेगी, उसे पढ़ाएंगे

कार्यालय में बताया गया है, एसपी ने कहा कि हमने गोपनीय जांच कराई थी। लड़की गरीब निकली है। फीस न दे पाने की वजह से मनीषा स्कूल से नाम काटा गया है। आज से यह मेरी बेटी की तरह है और उसका खर्च उठाएंगे। जब तक पढ़ेगी, उसे पढ़ाएंगे। कोई दिक्कत हो तो हमसे मिल सकती है। संरक्षण अधिकारी ने बताया, “डीआईओएस, एसपी और डीपीओ साहब ने मनीषा का बोर्ड परीक्षा फार्म भराने को लेकर पत्र लिखा है। मंगलवार को मनीषा को लेकर सुबह इलाहाबाद निकलना है। एसपी साहब ने कहा है कि पढ़ाई का खर्च वह खुद उठाएंगे। आज पांच हजार रुपए नगद भी दिए।’’ उन्होंने आगे बताया कि महिला और पुरुष कांस्टेबिल और एक काउंसलर के साथ मनीषा और उसकी मां को इलाहाबाद ले जाएंगे। एसपी हरीष चन्दर ने बताया, ‘‘पेपर के जरिए जानकारी हुई थी। मनीषा को इलाहाबाद भेजा जा रहा है। साथ में एक कांस्टेबिल भी हम भेज रहे हैं।’’

मां बोली, रुपयों से खरीदे कपड़े

मनीषा की 45 वर्षीय मां मिथलेश ने ‘गाँव कनेक्शन’ को बताया, ‘‘आज हम मनीषा और उसकी चाची मीना (40 वर्ष) एसपी साहब के यहां गए थे। एक बिटिया और एक दीवान गाड़ी से लेने घर आई थीं। एसपी साहब ने 5,000 रुपया दिए। बिटिया से कहा कि खूब पढ़ो। हमने उन रुपयों से बिटिया के लिए दो स्वेटर खरीदे हैं। जूता, दुपट्टा, बस्ता और मोजा भी खरीदा है।’’ वहीं, मनीषा ने कहा, “हम अब खूब पढ़ेंगे और सबकुछ अच्छा रहा तो हम फरवरी में ही बोर्ड परीक्षा देंगे।“

ये था मामला

कन्नौज शहर के गोमती देवी गर्ल्स इण्टर कॉलेज में कक्षा 10 की छात्रा मनीषा का नाम फीस न देने पाने की वजह से काट दिया गया था। इसकी वजह से वह इलाहाबाद बोर्ड परीक्षा का फार्म भी नहीं भर पाई थी। मामले की जांच संरक्षण अधिकारी और आपकी सखी आशा ज्योति केंद्र की टीम ने की। जानकारी प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास रेणुका कुमार के पास भी पहुंची। उन्होंने जिला प्रोबेशन अधिकारी अश्वनी त्रिपाठी को इस मामले में मदद करने के निर्देश दिए थे। बाद में पता चला कि मनीषा की मां मिथलेश को विधवा पेंशन भी नहीं मिल रही है। उसके आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू करा दी गई।

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