यूपी में जल्द ही होगा मछलियों के फीड का उत्पादन
Diti Bajpai 11 Dec 2018 2:52 PM GMT
लखनऊ। मछली उद्योग, डेयरी उद्योग और पोल्ट्री उद्योग में किसानों की आय दोगुनी और नई-नई तकनीकियों की जानकारी देने के लिए तेलीबाग में स्थित राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो में तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है।
पशुपालन मंत्री एसपी सिंह बघेल ने किसानों को बताया, ''प्रदेश के मछली पालकों की आय बढ़ाने के लिए मार्च तक सीड उत्पादन और फीड उत्पादन का निर्माण होगा। इसके साथ ही इस वर्ष पंगेशियस मछली की हैचरी की नई परियोजना लगी है। देसी गायों को बढ़ावा देने और छुट्टा जानवरों पर रोक लगाने के लिए लिंग आधारित वगीकृत वीर्य को बढ़ावा दिया गया है, जिससे बछिया पैदा होंगी। यह सीमन बुंदेलखंड क्षेत्र के किसानों को 100 रुपए और 68 जिलों में 300 रुपए में दिया जाएगा।'' इस मेले में सैकड़ों किसानों ने प्रतिभाग किया। मेले में दूर-दराज की कपंनियों ने भी अपने स्टॉल लगाए।
मेले में प्रमुख सचिव, पशुधन डॉ. सुधीर एम बोबड़े ने बताया, '' आज से चार साल पहले आंध्र प्रदेश, पंजाब से एक करोड़ अंडे का आयात किया जाता था, लेकिन अब 75 लाख अंडा बाहर से मंगवाया जा रहा है। इसको भी बाहर से न मंगवाया जाए इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं भी शुरू की है। आने वाले समय अंडे और मांस की मांग बढ़ेगी तो पोल्ट्री क्षेत्र में अपार संभावनाएं है।''
90 बर्ड से शुरू कर सकते हैं पोल्ट्री फार्म
''अगर कोई किसान 90 बर्ड से पोल्ट्री फार्म शुरू करता है और उसके पास रखने के लिए कोई जगह नहीं है तो वह यह केज रख सकता है। इस केज को किसान 10 हजार रूपए में ले सकते है।'' एसडीएस कंपनी के मार्केटिंग हेड अजय कुमार ने बताया।
डेयरी उपकरणों में बढ़ रहा किसानों का रूझान
बढ़ते आधुनिकता के दौर में डेयरी क्षेत्रों में भी बदलाव आने लगा है। जहां लोग डेयरी में काम करने के लिए मजदूर रखते थे वहीं अब मशीनों का प्रयोग कर रहे हैं। "आज के समय में दूध के दाम न मिलना किसानों की सबसे बड़ी समस्या है ऐसे में किसान अब खुद से मार्केटिंग कर रहा है जिसमें वो डेयरी में उपकरणों का प्रयोग कर रहा है। कोई भी डेयरी देख लीजिए छोटे-बड़े उपकरण आपकों देखने को मिल जाऐंगे।'' डेयरी उपकरण को बेचने वाली कंपनी की मार्केटिंग हेड दिव्या गुप्ता ने बताया।
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