बारिश ने खोली बहराइच जिला अस्पताल और नगर पालिका की पोल

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बारिश ने खोली बहराइच जिला अस्पताल और नगर पालिका की पोलथाने तक में भरा पानी।

अंवकित श्रीवास्तव, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

बहराइच। रुक-रुककर हो रही बारिश से शहर में जगह-जगह जलभराव होने लगा है। जिला अस्पताल समेत कयी सरकारी कार्यालयों व सड़कों पर लगे पानी से नगर पालिका की बरसात पूर्व तैयारियों की पोल भी खुल गई है। जलभराव से शहरवासियों की भी मुश्किलें बढ़ गयी हैं। जिला अस्पताल समेत थाना दरगाह के मुख्य द्वार व कई मोहल्लों में जलभराव से बुरा हाल है।

जिला चिकित्सालय आने-जाने वाले मरीजों व उनके परिजनों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं अस्पताल परिसर में जल भराव, कूड़े के ढेर से उठने वाली दुर्गन्ध व गन्दगी से संक्रामक रोगों के बढ़ने की आशंका बढ़ गई है।

डेंगू मच्छर पनपने का खतरा

घसियारीपुरा निवासी श्याम प्रताप (30वर्ष) का कहना है, “पानी की निकासी की व्यवस्था न होने से हल्की से बारिश में भी जलभराव हो जाता है। इससे डेंगू मलेरिया के मच्छर भी पनपते हैं।”

कई जगह भरा पानी।

वहीं, नउआगढी निवासी मानवेंद्र प्रताप सिंह (28वर्ष) का कहना है, “योगी सरकार के सख्त आदेशों के बाद भी जिला चिकित्सालय की सेवाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही। जगह-जगह कूड़े के ढेर अटे पड़े हैं। हल्की बारिश में ही पूरे अस्पताल परिसर में जल भराव हो गया है।” दो दिन पूर्व ही जिला अस्पताल के नए सीएमएस डाॅ. ओपी पाण्डेय ने भी अपना चार्ज संभालते ही स्वास्थ्य सुविधाएं सुधारने के जो दावे किए थे, वे खोखले साबित हो रहे हैं।

दरगाह थाना में भी जलभराव

दूसरी ओर दरगाह थाने की बात की जाए तो जलभराव को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि थाना ही पानी के बीच में बना दिया गया हो। पालिका कर्मियों की उदासीनता के चलते जगह-जगह जलभराव व गन्दगी का अम्बार लग गया है, जिससे राहगीरों व स्थानीय निवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

इस सन्दर्भ में ईओ नगर पालिका, पवन कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया, ‘‘ मानसून आने से पहले हम लोग नालों की साफ सफाई करवाते हैं। जगह-जगह गड्ढों की पटाई करवाई जाती है, जिससे जलभराव की समस्या से निपटा जा सके। घसियारीपुरा में जो जलभराव है उसे दूर करने के लिए तीन ट्यूबवेल चलाए जा रहे हैं।”

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