केंद्र ने छह राज्यों को जारी की सूखे की एडवाइजरी
केंद्र ने महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक में सूखे की एडवाइजरी जारी की है। ।
गाँव कनेक्शन 18 May 2019 6:42 AM GMT
लखनऊ। केंद्र ने महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में सूखे की एडवाइजरी जारी की है। केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी इस एडवाइजरी में कहा गया है, "डैम और जलाशयों में पानी तेजी से सूख रहा है। पिछले एक सप्ताह में पानी की मात्रा 2 प्रतिशत से कम हुई है। इसलिए राज्यों को सलाह दी जाती है कि वे पानी का इस्तेमाल बहुत सूझ-बूझ से करें। पीने के पानी के संरक्षण को प्राथमिकता दें।"
आयोग ने सबसे अधिक चिंता महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के लिए जताई है जहां पर लगभग हर साल सूखा पड़ता है। इस एडवाइजरी में कहा गया है कि डैमों में पानी का स्तर 10 साल के औसत स्तर से 20% नीचे आ गया है। इसलिए जब तक पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं आ जाता तब तक इनका इस्तेमाल केवल पीने के पानी के रूप में करें।
आपको बता दें कि केंद्र की तरफ से राज्यों को सूखे की एडवाइजरी तब जारी की जाती है जब विभिन्न जल स्रोतों जैसे बांध, डैम, झील, तालाब आदि में 20 प्रतिशत से भी कम पानी रह गया हो। चूंकि जल राज्यों की सूची में आता है, इसलिए केंद्र इस मामले में सिर्फ राज्यों को सलाह दे सकती है।
देश के प्रमुख 91 जल स्त्रोतों की निगरानी करने वाली जल आयोग ने गुरुवार को जो आंकड़े जारी किए उसके मुताबिक देश में सिर्फ 35.99 अरब घन मीटर पानी का ही भंडारण शेष है। यह सभी जल स्रोतों के भंडारण की कुल क्षमता का 22 फीसदी ही है। 9 मई को यह 24 फीसदी था।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार इस साल देश के एक बड़े हिस्से में मानसून पूर्व बारिश औसत से काफी कम हुई है। मौसम विभाग के डाटा के अनुसार एक मार्च से 17 मई के बीच औसत से 22 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इसलिए सूखे की संभावना बनी है। अगर इस साल मानसूनी बारिश सामान्य रही तो इस सूखे के संकट से उबरा जा सकता है। मौसम विभाग ने इस साल सामान्य मानसूनी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है।
Look at this! Yellow and red indicates 'large deficient' and 'deficient' pre-#monsoon #rainfall between March 1 and May 17 this year. pic.twitter.com/SfNJ8apE0P
— Nidhi Jamwal (@JamwalNidhi) May 18, 2019
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