बाबा रामपाल : सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर से करोड़पति बाबा तक, फर्जी लिस्ट में आया नाम

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बाबा रामपाल : सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर से करोड़पति बाबा तक, फर्जी लिस्ट में आया नामबाबा रामपाल।

लखनऊ। राम रहीम की तरह बाबा रामपाल के समर्थक भी एक बार हरियाणा की संकड़ों पर कोहराम मचा चुके हैं। कबीर पंथी रामपाल पर हत्या, देशद्रोह और बंधक बनाने समेत अवैध सामग्री समेत कई संगीन आरोप है। जेल में बंद रामपाल पर 6 गंभीर मामले थे, जिनमें से 2 में पिछले दिनों उसे बरी कर दिया गया, जबकि हत्या और देशद्रोह समेत कई मामलों में उस पर केस जारी है।

अदालत की अवमानना कर लोगों की निगाहों में आया संत रामपाल जब तक गिरफ्तार नहीं हुआ था, तब तक लोगों को ये गुमान भी नहीं था कि इस शख्स के पीछे रहस्यों और करतूतों की फेहरिस्त इतनी लंबी होगी। 2000 में सरकारी नौकरी छोड़कर संत बना रामपाल 2006 में चर्चा में आया था। जब उसने आर्य समाज की किताब सत्यार्थ प्रकाश पर कुछ कमेंट किया था। इससे गुस्साए आर्य समाज के अनुयायियों ने बाबा के आश्रम पर हमला बोल दिया।

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12 जुलाई को हुई इस हिंसा में 59 लोग घायल हुए थे जबकि एक की मौत हुई थी। इस मामले में 2008 में रामपाल की जमानत मिली। लेकिन उसके बाद वो कभी अदालत में पेश नहीं हुआ, जिसके बाद 2014 में समर्थकों के जबर्दस्त हंगामे, आगजनी के बीच उसे गिरफ्तार किया गया। 67 साल के रामपाल के समर्थकों ने रामरहीम के समर्थकों की तरह हिसार जेल के बाहर खूब हंगामा किया था। राम पाल का जन्म सोनीपत के धनाणा गांव में वर्ष 1951 में हुआ था, सिंचाई विभाग जूनियर का पद छोड़ बाबागीरी करने वाले रामपाल के आश्रम में उनकी गिरफ्तारी के दौरान काफी खून खराबा हुआ था, जिसमें 6 लोगों की जान गई थी।

जींद निवासी हरिकेश ने याचिका दायर कर कहा था कि अगस्त 2014 में उनके बेटे का शव आश्रम में मिला था। आशंका है कि उसकी बलि दी गई है, लेकिन पुलिस ने आत्महत्या का केस दर्ज किया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए रामपाल और उसके कमांडोज ने तरह-तरह के हथकंडे अपनाए थे, लेकिन बच नहीं पाए।

गिरफ्तारी से पहले आश्रम के बाहर हिंसा भड़क उठी थी और रामपाल को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस को समर्थकों व कमांडोज ने फायरिंग कर बाहर ही रोक दिया था। करीब 90 राउंड फायरिंग की गई थी और पेट्रोल बम भी फेंके गए थे। इस हिंसा में लगभग 75 पुलिस कर्मी और 200 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे। इतना ही नहीं, पांच महिलाओं की मौत का दावा भी किया गया था। रामपाल के भक्तों के मुताबिक जिस दूध में वो नहाता था, उसमें बनी खीर खाने से भक्तों की बीमारियां ठीक हो जाया करती थीं। इतना ही नहीं बाबा रामपाल के बारे में कुछ ऐसे राज भी है जिनके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे...

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बाबा की अय्याशी का बेडरूम

12 एकड़ ज़मीन पर बना बाबा का रहस्य लोक और उस रहस्यलोक में बाबा का 5 मंजिला किला। इस किले में बाबा का लग्ज़री बेडरूम जिसमें मौजूद थीं, फाइव स्टार होटल जैसी सारी सुविधाए बेडरूम में मौजूद थी। बाबा के बेडरूम में बना बाथरूम भी एकदम विदेशी था। बाबा इसी बेडरूम से अपने ब्लैक कमांडों को हुक्म देता था। बाबा के बेडरूम में अय्याशी का पूरा इंतजाम था।

सीसीटीवी कैमरे की नजर में थे लेडीज बाथरूम

वैसे तो बाबा के आश्रम में अंदर बाहर, अनगिनत सीसीटीवी कैमरे लगे थे लेकिन राज की बात ये थी कि महिला शौचालयों पर भी बाबा ने सीटीवी कैमरे लगा रखे थे। सीसीटीवी की स्क्रीन रामपाल के बेहद खास रेस्ट रूम से लेकर उन जगहों पर लगी थीं, जहां बाबा के सिवा किसी को जाने की इजाजत नहीं थी। वैसे तो बाबा के आश्रम में 854 बाथरूम, 1254 टॉयलेट बनाए गए थे।

बाबा का बुलेटप्रूफ सिंघासन

रामपाल 12 फूट ऊंचे बुलेट प्रूफ सिंहासन पर बैठता था। इस सिंहासन पर बैठकर रापमाल भक्तों को प्रवचन देता था। बाबा के इस बुलेटप्रूफ केबिन की एक और खासियत थी कि इसमें हाइड्रॉलिक लिफ्ट लगी थी जिसके जरिए बाबा डायरेक्ट केबिन में पहुंच जाता था।

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खुद को बताता था नास्त्रेदमस का 'अवतार'

रामपाल की हर शिगूफेबाजी और हर राज चौंकानेवाला है। रामपाल खुद को 445 साल बाद प्रकट होने वाला वो हिंदू संत बताता था जिसका जिक्र सन 1555 में प्रसिद्ध भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस ने किया था।बता दें नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी के दौरान ये कहा था कि आज से कोई 445 साल बाद एक ऐसा हिंदू संत प्रकट होगा, जो पूरी दुनिया में भारत को विश्व गुरु के तौर पर स्थापित करेगा और साल 2006 से सुर्खियों में आए रामपाल ने खुद को वही संत बता कर लोगों की आंखों में धूल झोंकना शुरू कर दिया।

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