दूसरी इकाइयों को गैस पाइपलाइन किराए पर देने के लिए गेल का ऑनलाइन पोर्टल शुरू

यह देश में अपनी तरह का पहला पोर्टल होगा। इस पोर्टल की मदद से गैस उपभोक्ताओं को पाइपलाइन क्षमता के हिसाब से गैस पारेषण की बुकिंग ऑनलाइन करने की सुविधा दी जा रही है और यह पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर कार्य करेगा।

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दूसरी इकाइयों को गैस पाइपलाइन किराए पर देने के लिए गेल का ऑनलाइन पोर्टल शुरू

सार्वजनिक क्षेत्र की गेल इंडिया लिमिटेड की ओर से हाल में दूसरी इकाइयों को गैस पाइपलाइन किराए पर देने के लिए ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत की गई है।

इस सुविधा से अब प्राकृतिक गैस के परिवहन के लिए बड़े पाइपलाइन नेटवर्क को किराए पर बुक किया जा सकेगा। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने www.gailonline.com नाम से यह पोर्टल जारी किया।

इस मौके पर मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "पिछले चार वर्षों में देश में गैस के उत्पादन में कई गुना बढ़ोत्तरी हुई है। ऐसे में गैस आयात अनुबंध नए सिरे से तय किए जा रहे हैं और इस पोर्टल की मदद से अब बाजार अनुकूल और एक पारदर्शी गैस व्यवसाय प्रणाली स्थापित हो सकेगी।"

सरकार का जोर जैविक ईंधन पर



मंत्री ने आगे कहा, "सरकार का जोर स्वच्छ ईंधन पर है और जैव सीएनजी को प्रोत्साहित किया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि जल्द ही पीएनजी की आपूर्ति भी कई नए क्षेत्रों में शुरू कर दी जाए।"

मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "गैस की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव होता रहा है, ऐसे में एक पारदर्शी प्रणाली की जरूरत थी और अब इस पोर्टल की मदद से काफी काम सहज, प्रभावी और खुली सुविधा देने के उद्देश्य से पूरा हो सकेगा।" आगे कहा, "अब गेल का यह पोर्टल डिजिटल माध्यम से गैस के विपणन को विस्तार देने में ऐतिहासिक भूमिका अदा करेगा।"

बता दें कि यह देश में अपनी तरह का पहला पोर्टल होगा। इस पोर्टल की मदद से गैस उपभोक्ताओं को पाइपलाइन क्षमता के हिसाब से गैस पारेषण की बुकिंग ऑनलाइन करने की सुविधा दी जा रही है और यह पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर कार्य करेगा।

इस मौके पर गेल के अध्यक्ष सह-प्रबंधक निदेशक बीसी त्रिपाठी ने कहा, "गेल के इस ऑनलाइन पोर्टल की पहल से प्राकृतिक गैस पाइपलाइन तक उपभोक्ताओं की पहुंच को और बेहतर बनाया है।"

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