कृषि क्षेत्र के कई काम आसान करेंगे ये दो पोर्टल, केंद्रीय कृषि मंत्री ने किया है लांच

इस नई प्रणाली के माध्‍यम से आवेदकों को ई-भुगतान करना, दस्‍तावेज उपलब्‍ध कराना व नवीनीकरण करना, बिना मानवीय हस्‍तक्षेप के संभव हो सकेगा और विभिन्‍न स्‍तरों पर किए जाने वाले इन कामों की सूचना आवेदक को समय-समय पर मिलती रहेगी।

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कृषि क्षेत्र के कई काम आसान करेंगे ये दो पोर्टल, केंद्रीय कृषि मंत्री ने किया है लांच

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 18 अप्रैल को दिल्ली में एक कार्यक्रम में कृषि मंत्रालय से सम्बद्ध कामकाज को और सरल और सुविधाजनक बनाने के लिए दो पोर्टल लांच किए।

कृषि मंत्रालय से संबंधित कई कामों को और सरल और सुविधाजनक बनाने के लिए केंद्रीय कृषि एवं कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने दो नए पोर्टल लांच किए हैं।

पहला पोर्टल CROP (Comprehensive Registration of Pesticides- कीटनाशकों का व्यापक पंजीकरण) के नाम से है, जो फसल सुरक्षा सामग्री के पंजीकरण संबंधित प्रक्रिया को गति व पारदर्शिता प्रदान करता है। दूसरा पोर्टल हैं PQMS (Plant Quarantine Management System- वनस्पति संगरोध प्रबंधन प्रणाली), जो कृषि उत्‍पादों के निर्यात व आयात संबंधी दस्‍तावेजों को जारी करने में मुख्‍य भूमिका निभाता है।

पोर्टल को लांच करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि नए पोर्टल में निर्यातकों द्वारा आवेदन से लेकर स्‍वच्‍छता प्रमाण-पत्र जारी करने तक की प्रक्रियाओं को बिना मानवीय हस्‍तक्षेप के पूरा किया जा सकेगा, जो समयबद्धता, पारदर्शिता, सुगम कारोबार की सरल नीति की सरकारी कार्यनीति के अनुरूप है। इस पोर्टल से फल-सब्‍जियां, अनाज आदि के उत्‍पादकों व संबंधित उद्योगों को अपने उत्‍पाद निर्यात करने में अन्‍तर्राष्‍ट्रीय स्‍तर की सुविधा प्राप्‍त होगी।"

उन्होंने आगे कहा, "इसके अलावा आयातित पौध सामग्री का पारदर्शिता और आसानी से, समयबद्ध तरीके से निर्गत प्रमाण-पत्र जारी किया जा सकता है। इसी प्रकार कीटनाशी अधिनियम से संबंधित पोर्टल में पुराने क्रॉप परिचालन की समस्‍याओं को देखते हुए संशोधन किए गए हैं। नए क्रॉप परिचालन द्वारा फसल सुरक्षा सामग्री के सुगम पंजीकरण के लिए प्रमाण-पत्र जारी करने के लिए, आवेदन से लेकर उन्‍हें जारी करने तक पारदर्शिता, सुगमता व समयबद्धता के साथ विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन जांच के बाद शीघ्रातिशीघ्र जारी किए जाएंगे।"

इस नई प्रणाली के माध्‍यम से आवेदकों को ई-भुगतान करना, दस्‍तावेज उपलब्‍ध कराना व नवीनीकरण करना, बिना मानवीय हस्‍तक्षेप के संभव हो सकेगा और विभिन्‍न स्‍तरों पर किए जाने वाले इन कामों की सूचना आवेदक को समय-समय पर स्‍वत: प्राप्‍त होगी। इससे किसानों को फसल सुरक्षा सामग्री की उपलब्‍धता सुनिश्‍चित होगी।

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