कृषि उन्नति मेला 16 मार्च से, नई कृषि तकनीक सीखिए, दिक्कत भी बताइए  

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   15 March 2018 12:47 PM GMT

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कृषि उन्नति मेला 16 मार्च से, नई कृषि तकनीक सीखिए, दिक्कत भी बताइए  कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह।

नयी दिल्ली। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा के परिसर में कृषि उन्नति मेला 16 से 18 मार्च, 2018 के बीच आयोजित किया जाएगा। इस मेले का उद्देश्य आधुनिक कृषि प्रौद्योगिकियों के प्रति लोगों को जागरुक करना तथा किसानों की प्रतिक्रिया जानना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 मार्च को तीन दिवसीय कृषि उन्नति मेला का उद्घाटन करेंगे।

मेला की शुरुआत के अगले दिन प्रधानमंत्री लाखों किसानों, कृषि वैज्ञानिकों और अन्य संबंधित लोगों को संबोधित करेंगे। मोदी जैविक खेती से संबंधित एक पोर्टल की भी शुरुआत करेंगे तथा 25 कृषि विज्ञान केंद्रों का शिलान्यास करेंगे।

कृषि विज्ञान मेला वर्ष 1972 में शुरू किया गया। यह भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) का एक महत्वपूर्ण सालाना उत्सव है, जिसमें कृषि तकनीकी विकास के बारे में जागरूकता पैदा करने और कृषि समुदाय से प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए आयोजित किया जाता है। कृषि समुदाय से मिली प्रतिक्रिया संस्थान की अनुसंधान संबंधित रणनीति बनाने में मददगार होती है। यह मेला कृषि अनुसंधान और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर एक विशेष थीम के साथ हर साल आयोजित किया जाता है।

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कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री इस मौके पर प्रगतिशील किसानों को कृषि कर्मन अवार्ड तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय कृषि विज्ञान प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। उन्होंने इस वार्षिक मेले के आयोजन में होने वाले खर्च की जानकारी देने से बचते हुए कहा कि इसमें दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों तथा छह राज्यों के कृषि मंत्रियों के हिससा लेने का अनुमान है। इस मेला में 600 से अधिक स्टॉल होंगे। इसमें कृषि एवं इससे जुड़े क्षेत्रों से संबंधित आधुनिक प्रौद्योगिकियों समेत सूक्ष्म- सिंचाई, अपशिष्ट जल का इस्तेमाल तथा पशुपालन एवं मत्स्यपालन की प्रदर्शनी होगी।

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इसमें किसानों की आय दोगुनी करने, सहकारी संगठनों आदि पर आधारित थीम पैवेलियन भी होंगे। परिधान, खाद्य प्रसंस्करण और वाणज्यि मंत्रालय तथा पूर्वोत्तर परिषद स्टॉल लगाएंगे। कृषि शोध तथा प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को प्राथमिकता में रखते हुए हर साल इस मेले का आयोजन किया जाएगा।

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मेले की मुख्य विशेषताएं: -

  • 800 से ज्यादा स्टॉल
  • कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों की नई टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन
  • माइक्रो एरिगेशन, वेस्ट वाटर यूटिलाइजेशन,पशुपालन(पशुधन, मछलियां आदि) का प्रदर्शन
  • सेमिनार और कांफ्रेंस

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मेले में थीम पेवेलियन भी होगा :-

  • थीम पेवेलियन: वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करना
  • थीम पेवेलियन: जैविक खेती
  • जैविक खेती पर जैविक महाकुंभ
  • सहकारी मेला
  • इनपुट्स पेवेलियन (बीज, खाद,कीटनाशक आपूर्ति करने वाली एजेंसियां)
  • बागवानी/ डेयरी, पशुपालन, मात्स्यिकी
  • आईसीएआर/आईएआरआई
  • कपड़ा मंत्रालय, खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय, पूर्वोत्तर राज्यों के स्टाल

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