जानिए किसे नहीं लेना है कोरोना का टीका, भारत बायोटेक के बाद सीरम ने जारी की फैक्ट शीट

भारत बायोटेक कंपनी ने अपनी कोवैक्सीन को लेकर फैक्ट शीट जारी कर किन लोगों को वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए, इस बारे में आगाह किया है। इसके साथ ही सीरम इंस्टीट्यूट ने भी अपनी वैक्सीन कोविशील्ड को लेकर लोगों को आगाह किया है। जानिए वैक्सीन को लेकर दोनों कंपनियों की क्या कहती है फैक्टशीट ...

Kushal MishraKushal Mishra   19 Jan 2021 7:27 AM GMT

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जानिए किसे नहीं लेना है कोरोना का टीका, भारत बायोटेक के बाद सीरम ने जारी की फैक्ट शीटकोरोना महामारी को लेकर भारत में 16 जनवरी से शुरू हो चुका है टीकाकरण कार्यक्रम। फोटो साभार : इंडियन एक्सप्रेस

कोरोना वैक्सीन की खुराक किन लोगों को लेनी है और किन लोगों को नहीं लेनी है, इसे लेकर भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट, दोनों ही कंपनियों ने कोवैक्सीन और कोविशील्ड को लेकर फैक्ट शीट जारी कर लोगों को आगाह किया है।

सबसे पहले भारत बायोटेक ने अपने स्वदेशी टीके कोवैक्सीन को लेकर लोगों को आगाह किया है। भारत बायोटेक की फैक्ट शीट के मुताबिक, जो लोग एलर्जी, बुखार और रक्तस्त्राव की बीमारी से जूझ रहे हैं, या जो खून पतला करने की दवाई लेते हैं, उन्हें यह कोवैक्सीन की डोज नहीं लेनी चाहिए।

इसके अलावा गर्भवती और स्तनपान करा रहीं महिलाओं समेत वे लोग जिनका प्रतिरोधक शक्ति कमजोर है और इसे बढ़ाने की दवाई लेते हैं, उन्हें कोवैक्सीन नहीं लगानी है। साथ ही अन्य किसी वैक्सीन की डोज ले चुके व्यक्ति को भी कोवैक्सीन नहीं लेनी है।

ड्रग कंट्रोलर ऑफ़ इंडिया की ओर से अब तक दोनों वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन को आधिकारिक मंजूरी मिली है। भारत सरकार ने कोवैक्सीन को आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी है। हालांकि अब तक कोवैक्सीन के तीसरे चरण के डाटा नहीं हुए जारी हैं और न ही एफिकेसी रेट की सटीक जानकारी दी गयी है, ऐसे में कोवैक्सीन की प्रभावशीलता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

फोटो : भारत बायोटेक

भारत बायोटेक ने अपनी फैक्टशीट में यह भी कहा है कि कोवैक्सीन की डोज लेने के बाद सिरदर्द, बुखार, कमजोरी और वोमिटिंग जैसी समस्याएं सामने आती हैं। हालांकि यह भी सुझाव दिया गया है कि इस बात की बहुत कम संभावना है कि वैक्सीन लेने से सांस लेने में कठिनाई, चेहरे और गले में सूजन, तेजी से दिल धड़कना, शरीर में चक्कते पड़ना, कमजोरी या एलर्जी की कोई गंभीर समस्या पैदा हो।

साइड इफ़ेक्ट दिखने पर दें तुरंत जानकारी

भारत बायोटेक की फैक्टशीट में यह भी कहा गया है कि अगर कोवैक्सीन लगने के कुछ घंटों में यदि आपको कोई साइड इफ़ेक्ट दिखते हैं तो इस बारे में वैक्सीन लगाने वाले को तुरंत जानकारी दें। इसके अलावा वैक्सीन लगाने से पहले या बाद में आपने कोई दवा ली हो तो भी डॉक्टर को जानकारी अवश्य दें।

भारत बायोटेक ने लोगों को आगाह किया है कि कोवैक्सीन की पहली खुराक लेने के बाद यह मतलब नहीं है कि कोरोना से बचाव के लिए निर्धारित मानकों का पालन न किया जाए। जरूरी है कि लोग वायरस को लेकर पूरी सावधानी बरतें।

सीरम इंस्टीट्यूट ने भी कोविशील्ड को लेकर किया आगाह

दूसरी ओर कोविशील्ड को लेकर भी सीरम इंस्टीट्यूट ने अपनी फैक्ट शीट जारी की थी और किन लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन नहीं लेनी है, इसके बारे में जानकारी दी है।

कोविशील्ड का टीका 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए है, और उन लोगों को टीका नहीं लेना चाहिए जिसे टीके की पहली खुराक के बाद गंभीर रूप से एलर्जी हुई थी या टीके में शामिल किसी सामग्री से गंभीर रूप से एलर्जी हुई हो। इसके साथ ही कोविशील्ड को लेकर सीरम ने अपनी वैक्सीन में शामिल सामग्रियों का भी फैक्ट शीट में जिक्र किया है।

फोटो साभार : @SERUMINSTINDIA TWITTER

दूसरी ओर कोविशील्ड से जुड़े प्रतिकूल प्रभावों को लेकर सामान्य तौर पर तबियत ठीक न लगना, थकान महसूस होना, कंपकंपी या बुखार सा महसूस होना, सिर दर्द, मतली, जोड़ों में दर्द या मासपेशियों में दर्द की शिकायत आम हो सकती है।

फैक्ट शीट में सीरम ने कहा है कि अगर आपको वैक्सीन की खुराक लेने के बाद गंभीर एलर्जी होती है तो नजदीकी अस्पताल में जाएँ और डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा सीरम से संपर्क के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है।

इसके अलावा टीका लेने से पहले यदि आपको बुखार, एलर्जी, रक्त बहने या रक्त पतला करने की कोई दवा ले रहे हैं, या प्रतिरक्षा क्षमता कम है तो सम्बंधित स्वास्थ्य अधिकारी को बताना चाहिए। इसके अलावा गर्भवती और स्तनपान करा रहीं महिलाओं को भी टीका लेने से पहले यह जानकारी स्वास्थ्य अधिकारी को देनी चाहिए।

580 लोगों पर दिखे वैक्सीन लगाने के बाद साइड इफ़ेक्ट

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश भर में एईएफआई (टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटना) से जुड़े अब तक 580 मामले सामने आये हैं और इनमें से सात लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। इनमें से दो मामलों में टीका लेने वाले लाभार्थी को छुट्टी मिल गयी है, जबकि पांच लोगों का अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

इसके अलावा टीकाकरण के बाद दो लोगों की मौत के मामले भी सामने आये हैं। इनमें एक मामला उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से जुड़ा है जहाँ 16 जनवरी को टीका लगने के बाद 52 वर्षीय महिपाल सिंह की अगले दिन मौत हो गयी थी। हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मौत का टीकाकरण से कोई सम्बन्ध नहीं है।

जबकि दूसरा मामला कर्नाटक के बेल्लारी से जुड़ा है जहाँ स्वास्थ्य कर्मचारी नागराजू को 16 जनवरी को टीका लगाया गया था और 18 जनवरी को उसकी मौत हो गयी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस व्यक्ति की मौत का कारण दिल का दौरा पड़ने से हुई है।

हालांकि टीकाकरण शुरू होने के बाद कंपनियों द्वारा फैक्ट शीट जारी करने के सवाल पर आल इंडिया ड्रग एक्शन नेटवर्क की सह-संयोजक मालिनी असोला 'गाँव कनेक्शन' से बताती हैं, "एआईडीएएन की ओर से इस बारे में मंत्रालय को पत्र भी लिखा गया था कि वैक्सीन को लेकर टीकाकरण से पहले दोनों कंपनियों को ऑनलाइन फैक्ट शीट पब्लिश करना चाहिए। हालांकि टीकाकरण स्थलों पर दोनों कंपनियों के फैक्ट शीट लगाए गए हैं और यह बताया गया है कि किसे वैक्सीन की खुराक लेनी चाहिए और किसे नहीं, मगर जरूरी यह भी था कि आम लोगों की जानकारी के लिए कंपनी अपनी वेबसाइट पर ऑनलाइन भी पब्लिश करे।"

"हालांकि कुछ देर सामने आई है और मगर दोनों कंपनियों के फैक्ट शीट जारी होने के बाद अब लोगों को वैक्सीन को लेकर जानकारी बेहतर होगी और भ्रम दूर होंगे," मालिनी कहती हैं।

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