क्या आपने सुनी थी नमक खत्म होने वाली खबर?

इस खबर की हेडलाइन चौकाने वाली जरूर है, लेकिन दो साल पहले सोशल मीडिया पर वायरल इस खबर ने देश के करोड़ो लोगों को लाइन में लगाकर 20 रुपये पैकेट वाला नमक 100 से 200 रुपये तक मे खरीदने को मजबूर कर दिया।

Ashwani Kumar DwivediAshwani Kumar Dwivedi   30 July 2018 7:14 AM GMT

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क्या आपने सुनी थी नमक खत्म होने वाली खबर?

लखनऊ। इस खबर की हेडलाइन चौकाने वाली जरूर है, लेकिन दो साल पहले सोशल मीडिया पर वायरल इस खबर ने देश के करोड़ो लोगों को लाइन में लगाकर 20 रुपये पैकेट वाला नमक 100 से 200 रुपये तक मे खरीदने को मजबूर कर दिया।

इस अफवाह कर फैलने के बाद जब तक शासन प्रशासन हरकत में आया तब तक लोग ठगी का शिकार हो चुके थे। बाजारों, अखबरों और अन्य मंचो से जिम्मेदार अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना पड़ा कि यह खबर झूठी है।

फेक न्यूज़ के खिलाफ गाँव कनेक्शन का अभियान

देश मे बढ़ती फेक न्यूज़ की समस्या को देखते हुए रूरल मीडिया प्लेटफार्म गाँव कनेक्शन और फेसबुक कि साझा मुहिम के अंतर्गत मोबाइल चौपाल कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमें फेक न्यूज़, हेट न्यूज़, इंटरनेट सिक्योरिटी से जुड़ी जानकारियां रोचक तरीके से छात्रो और अन्य वर्गों को दी जा रही है।

बीएनसीईटी कॉलेज पहुचा गाँव रथ

इस अभियान के तहत गाँव रथ उत्तर प्रदेश के लखनऊ जनपद के बख्शी का तालाब स्थित बीएनसीईटी कॉलेज पहुँचा जहां छात्रो ने रियल न्यूज़ और फेक न्यूज़ में अंतर गाँव कनेक्शन टीम द्वारा बताया गया।

अधिकांश छात्रो ने माना कि 10 का सिक्का नहीं चलता

कार्यक्रम के दौरान अधिकांश छात्रो ने ये स्वीकार किया कि 10 रुपये वाला सिक्का बन्द होने की जानकारी उन्हें सोशल मीडिया से मिली। अभी भी बहुत से दुकानदार कम लाइन वाले सिक्के लेने से इनकार कर देते है।

जादूगर के करतब से मिली सीख

इंजीनियरिंग के छात्रों का जादूगर सलमान ने जहाँ एक तरफ जमकर मनोरंजन किया वहीं दूसरी तरफ खेल-खेल में सोशल मीडिया पर सिर्फ जान पहचान वालों से दोस्ती, फर्जी आईडी पहचानने के तरीके, फेक न्यूज़ को वेरिफाई करने के तरीके भी बताए।

इस मुहिम को बड़े स्तर पर ले जाने की जरूरत

बीएनसीईटी के डायरेक्टर आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि फेक न्यूज़ देश ही नही पूरी दुनिया परेशान हैं और सोशल मीडिया पर फेंक न्यूज़ को लेकर भारत सरकार भी गंभीर है। मोबाइल चौपाल की पहल बहुत अच्छी है। ऐसे कार्यक्रम को हर संस्थान में कराने की जरूरत है इसे और बृहद स्तर पर होना चहिये। कॉलेज के सहायक निदेशक अभिषेक मिश्रा ने कहा कि इतनी गंभीर जानकारियां जो कि मोबाइल चौपाल में खेल-खेल में छात्रो को बताई गई ये कांसेप्ट बहुत अच्छा है। इस दिशा में और भी कार्य होने चाहिए।

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