राष्ट्रपति चुनाव : रामनाथ कोविंद V/S मीरा कुमार .. पूर्व लोकसभा स्पीकर को विपक्ष ने बनाया उम्मीदवार

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राष्ट्रपति चुनाव : रामनाथ कोविंद V/S मीरा कुमार .. पूर्व लोकसभा स्पीकर को विपक्ष ने बनाया उम्मीदवारराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार।

मंगलम भारत

लखनऊ । मीरा कुमार इस वक्त तो विपक्ष के लिए राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं। मीरा कुमार दलित नेता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की बेटी हैं। इसके अलावा लोकसभा में पन्द्रहवीं लोकसभा में वह स्पीकर भी रह चुकी हैं। मीरा कुमार बिहार से कांग्रेस का एक बड़ा चेहरा हैं।

मीरा कुमार बिहार के सासाराम से हैं। वह 8वीं, 11वीं, 12वीं और 14वीं लोकसभा में लोकसभा सदस्य भी रही हैं। मनमोहन सिंह की सरकार में वह 2004 से 2009 तक सामाजिक क़ानून एवं सशक्तीकरण मंत्रालय भी सँभाल चुकी हैं।

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शिक्षा

मीरा कुमार का जन्म बिहार के पटना में 31 मार्च 1945 को हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेज़ी साहित्य में बीए व एमए किया और बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय से ही एल एल बी किया। इसके अलावा उनके पास स्पैनिश भाषा में एडवांस्ड डिप्लोमा भी है।

1973 में मीरा कुमार ने भारतीय विदेश सेवा (आईएफ़एस) उत्तीर्ण की। उन्होंने आईएफएस के रूप में 1976-77 तक भारत व मैड्रिड में और 1977-79 तक लंदन के भारतीय उच्चायुक्त विभाग में काम किया। 1980-85 तक उन्होंने विदेशी मामलों के मंत्रालय में भी काम किया है। लगभग एक दशक तक मीरा कुमार ने आईएफएस की नौकरी की। इसके बाद पिता जगजीवन राम और तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के कहने पर वह राजनीति में आईं।

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पारिवारिक जीवन

मीरा कुमार ने मंजुल कुमार से शादी की, जो सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं। मीरा कुमार एक पुत्र व तीन पुत्रियों की माँ हैं।

राजनीतिक जीवन

मीरा कुमार ने अपना राजनीतिक जीवन उत्तर प्रदेश के बिजनौर से 1985 में शुरू किया। इसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के बड़े-बड़े दिग्गज राजनेताओं जैसे मायावती और राम विलास पासवान को हराया। दिल्ली के करोल बाग से उन्होंने आठवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं लोकसभा का चुनाव जीता।

2004 से 2009 तक कानून मंत्रालय सँभाला और 2009 में कुछ समय तक वह जल मंत्री भी रहीं। स्पीकर बनने से तीन दिन पहले ही उन्होंने अपने मंत्रालय से त्यागपत्र दे दिया था। 2009 से 2014 तक उन्होंने 15वीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार सँभाला। वह भारत की पहली महिला स्पीकर हैं। इसके साथ ही उन्हें महिला स्पीकर के रूप में निर्विरोध चुना गया। पिछले चुनाव में बिहार के सासाराम से भारतीय जनता पार्टी के छेदी पासवान ने उन्हें 63,627 वोटों से हराया।

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एक बार कांग्रेस छोड़ भी चुकी हैं मीरा कुमार

मीरा कुमार ने 1991-92 में कांग्रेस महासचिव के रूप में काम किया। इसके बाद 1996 में फिर से उन्हें कांग्रेस महासचिव के रूप में सर्वसम्मति से चुना गया और उन्होंने दोबार 1999 तक महासचिव का पद सँभाला। 1991 से 2000 और 2002 से 2004 तक वह सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण कमेटी, कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की कार्यकारी सदस्य भी रहीं। एक बार वह 2000 में कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफ़ा भी दे चुकी हैं। वह कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से नाराज़ थीं। लेकिन 2004 में उन्होंने कांग्रेस का हाथ फिर से थाम लिया।

जब भी मीरा कुमार का राजनीति में नाम आता है, तो उनके साथ पिता जगजीवन राम का भी नाम आता है। पिता जगजीवन राम भारत में दलित राजनीति का कद्दावर चेहरा रहे हैं। जगजीवन राम 1977 से 1979 तक रक्षा मंत्री और 1979 में उप प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। उनकी माँ इन्द्राणी देवी एक स्वतन्त्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता थीं।

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