रेलवे का अनोखा सुझाव : ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा कवच बनेंगे केसरिया रंग के डिब्बे

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
रेलवे का अनोखा सुझाव : ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा कवच बनेंगे केसरिया रंग के डिब्बेसाभार इंटरनेट

लखनऊ। लगातार ट्रेनों में महिलाओं पर बढ़ रहे अपराध रेलवे विभाग के लिए चिंता का विषय बन गया है। हाल ही में ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे ने कुछ अनोखे सुझाव दिए है। ये सुझाव अमल में आ पाएंगे या नहीं ये कहना तो मुश्किल है, लेकिन रेलवे की ये सोच महिलाओं में वीरता और साहस का अहसास जरूर करा सकती है।

दरअसल, रेलवे बोर्ड ने बुधवार को हर रेलवे जोन से महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर कुछ सुझाव मांगे थे, द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक मध्य रेलवे के अतिरिक्त सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ (रेल सुरक्षा बल) प्रवीण कुमार ने गुरुवार को ही रेलवे बोर्ड को इस आशय का एक कंसेप्ट नोट भेजा है। इसमें कहा है, ‘महिलाओं के लिए आरक्षित डिब्बों के बाहरी हिस्से को अलग रंग से रंगा जाना चाहिए। आंखों को सुकून देने वाले केसरिया रंग पर विचार किया जा सकता है।

यह रंग साहस, वीरता और त्याग का प्रतीक है। यह महिलाओं को प्रेरित करेगा कि वे साहस और वीरता के साथ उन पुरुषों का मुकाबला करें जो उनसे छेड़छाड़ करते हैं। या उन्हें अन्य तरह से नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं। पुरुषों को यह त्याग के लिए प्रेरित करेगा। जिससे वे महिलाओं के लिए आरक्षित डिब्बों पर चढ़ने की कोशिश नहीं करेंगे।’ रेलवे बोर्ड ने यह कदम मुंबई में बीते दो महीनों में महिलाओं के साथ ट्रेन में हुई घटनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया है।

ये भी पढ़ें :- भारतीय रेल आने वाले समय में ट्रेन का खाना कर सकती है महंगा

रेलवे ने केसरिया रंग के डिब्बों पर दिया तर्क

बता दें कि केंद्रीय रेलवे ने मुंबई की ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए छह नए उपयोग सुझाए हैं। जिनमें कंपार्टमेंट के डिब्बों का रंग बदलना भी शामिल है। एक पन्ने के उस नोट में लिखा है कि केसरिया रंग साहस, वीरता और बलिदान को दर्शाता है, जो महिला यात्रियों को उनके कोच में घुसने वालों के खिलाफ जागरूक करेगा। साथ ही ये पुरूष यात्रियों को महिलाओं के लिए आरक्षित कंपार्टमेंट में जाने से रोकेगा।

संबंधित खबरें :- वरिष्ठ नागरिकों के साथ-साथ किसानों और छात्र-छात्राओं को भी रेलवे देता है टिकट में भारी छूट

महिलाओं के डिब्बे अलग रंगे होने से नहीं होगी गलती

प्रवीण कुमार ने इस सुझाव पर अपनी राय रखते हुए कहा है कि अधिकतर पुरुष गलती से महिलाओं के कोच में घुस जाते हैं, क्योंकि ट्रेन में सभी डिब्बों के रंग तो एक जैसे हैं। इसलिए महिला और पुरूष कंपार्टमेंट के बीच फर्क करना जरूरी है। ऐसे में हम कवेल इस कंपार्टमेंट को केसरिया रंग देकर अलग दिखाना चाहते हैं। केसरिया रंग थोड़ा चमकदार होता है, इसलिए इसे चुना गया है।

खास खबर :- रेलवे टिकट बुकिंग एजेंट बनकर कर सकते हैं अच्छी कमाई, ऐसे करें आवेदन

        

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.