एक सनकी की करतूत ने राजस्थान के उदयपुर में मचाया बवाल

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एक सनकी की करतूत ने राजस्थान के उदयपुर में मचाया बवालसनकी की करतूत ने राजस्थान के उदयपुर में मचाया बवाल

लखनऊ। राजस्थान के महासमंद जिले के एक सनकी की घटना ने उदयपुर शहर में आग सुलगा दी है। उदयपुर में बुधवार को अफराजुल को काट कर जला देने के आरोपी शंभू लाल रेगर के विरोध में कई मुश्लिम संगठनों ने रैली निकाल मोदी सरकार और हिंदू संगठनों के खिलाफ नारेबाजी की। इसके जवाब में गुरुवार को भाजपा युवा मोर्चो की अगुवाई में हजारों लोग टाउन हॉल के मैदान में जुट गए। देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग शंभू लाल के पक्ष में नारे लगाते हुए बस स्टैंड, चेतक सर्किल और टाउन हाल तक पहुंच गए। बवाल बढ़ता देख भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया।

उधर उदयपुर शहर में बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रशासन ने शहर में धारा 144 लागू करने के साथ-साथ इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश दिया है। पुलिस का कहना है कि, शहर में महासमंद में हुई निरर्मम हत्या की घटना को कुछ अराजकतत्वों ने सोशल मीडिया पर फैला कर आम लोगों के अंदर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया है। पुलिस सोशल मीडिया साइट्स पर विववादित वीडियो पोस्ट करने का प्रयास कर रही है। हालांकि तबतक देर हो चली है और शहर की कानून व्यवस्था पुलिस के नियंत्रण से बाहर जाने की आशंका जताई जा रही है।

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बुधवार शाम से ही उदयपुर और राजसमंद जिले में धारा 144 लगा दी गई। साथ ही इंटरनेट पर पूरी तरह से प्रतिबंध था, इसके बावजूद धारा 144 को तोड़ते हुए बड़ी संख्या में हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता इकट्ठा होने लगे। माहौल नहीं बिगड़े इसलिए पुलिस ने उन्हें खदेड़ना शुरू किया। पहले तो हल्का बल प्रयोग कर उन पर काबू पाने की कोशिश की गई, लेकिन जब भीड़ बढ़ने लगी तो पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू किया।

लाठीचार्ज से मची भगदड़ के बाद हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता गलियों और घरों में घुस-घुस कर पनाह लेने लगे। पुलिस ने ऐसे दर्जनों कार्यकर्ताओं को घरों से निकाल-निकाल कर हिरासत में लिया है और सबके ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे पहले सोशल मीडिया पर पुलिस को धमकी देकर शंभूलाल रायगढ़ के पक्ष में रैली का ऐलान करने वाले विश्व हिंदू सनातन संगठन के अध्यक्ष को उदयपुर पहुंचने से पहले ही जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

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वहीं एडीजी (कानून-व्यवस्था) एनआरके रेड्डी ने बताया, ''उदयपुर में कल धारा 144 लगा दी गई थी, लेकिन कुछ लोग उसका उल्लंघन करके राजसमंद की हत्या के अभियुक्त के समर्थन में इकट्ठा होने की कोशिश कर रहे थे। जहां भीड़ को क़ाबू करने के लिए लाठियां चलानी पड़ीं और एहतियात के तौर पर तक़रीबन 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है।'' वहीं ख़ुद को विश्व सनातन संघ का राष्ट्रीय प्रचारक बताने वाला उपदेश राणा उदयपुर जाने की तैयारी कर रहे थे, तभी शहर से बाहर उन्हें पकड़ लिया गया। जयपुर पुलिस ने उपदेश राणा नाम के एक शख़्स को गिरफ़्तार कर लिया है, जिसने सोशल मीडिया पर उदयपुर में रैली करने का एलान किया था।

कौन है शंभूलाल रेगरा

उदयपुर में एक हत्यारे के पक्ष में लोग एकत्र हुए, निश्चित रूप से यह मानवता के लिए शर्मसार कर देने वाली घटना है, जिसने भी शंभूलाल को अफराजुल को काटते हुए और जिंदा जलाते हुए देखा था, उसकी रूह कांप गई थी। साथ ही इस पूरी घटना को शंभूनाथ ने मोबाइल कैमरे में रिकार्ड कर वीडियो पूरे राज्य में फैला दिया। वीडियो में शंभूनाथ ने अफराजुल की निरर्मम हत्या करने की वजह लव-जिहाद को बताया था, जिसके बाद से पूरे देश में इस घटना की आलोचना होने लगी। उसके बावजूद इतने सारे लोगों का आरोपी शंभूलाल के पक्ष में उदयपुर पहुंचना यह बताता है कि शंभूलाल के इस घटना के अंजाम देने के पीछे कोई साजिश हो सकती है जिसकी जांच एसआईटी कर रही है।

कौन है उपदेश राणा

उपदेश राणा हिंदू संगठन 'विश्व सनातन संघ' का राष्ट्रीय प्रचारक है। उपदेश सोशल मीडिया में काफी एक्टिव है। फेसबुक में उपदेश के 2 लाख 36 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं। उपदेश के फेसबुक लाइव को लाखों लोग देखते हैं। वह इसका इस्तेमाल एक खास समुदाय के खिलाफ जहर उगलने के लिए करता है। यही नहीं, इस साल कोलकाता के शाही इमाम मौलाना बरकती पर हुए हमले की जिम्मेदारी भी उपदेश राणा ने ली थी। उपदेश के फेसबुक प्रोफाइल में कई बॉलीवुड सेलेब्रिटीज के साथ फोटोज हैं। उपदेश ने टाइगर बादशाह नाम की फिल्म में काम किया है। इसके अलावा वह फिल्म क्राफ्ट्स फेडरेशन में बतौर सीनियर आर्टिस्ट रजिस्टर है।

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