UP Election 2017: ‘महिलाओं की सुरक्षा पर जो करेगा काम उसको देंगे वोट’
Swati Shukla 12 Feb 2017 2:37 PM GMT
स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
लखनऊ। विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने इस बार छेड़खानी को अपना चुनावी मुद्दा बनाया है। प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध पर कोई नेता बात नहीं कर रहा है। इस चुनाव में महिलाओं के लिए छेड़खानी बड़ा मुद्दा है।
सरोजनी नगर के किशनपुर कोड़ीया गाँव की रहने वाली पूजा पहली बार वोट देने जा रही हैं, पूजा गौतम (23 वर्ष) बताती हैं, “मेरे गाँव में कई लड़कियां छेड़खानी का शिकार हो चुकी हैं। मेरे साथ की बहुत सी लड़कियों ने छेड़खानी से परेशान होकर पढ़ाई तक छोड़ दी, क्योकि गाँव का माहौल अच्छा नहीं है। जो नेता छेड़खानी और महिलाओं की सुरक्षा पर बात करेगा मेरा वोट उसको जाएगा। वोट मांगने वाले नेता से मेरा ये सवाल है कि महिलाओं की सुरक्षा पर भी बात करें।”
जिला मुख्यालय से 34 किलोमीटर मोहनलाल गंज के पच्छेपुरवा गाँव की रहने वाली शलमा बताती हैं, “हम लोगों को शर्म आती है ये बताते कि हम मोहनलाल गंज में रहते हैं। यहां पर बलात्कार जैसी घटनाएं होती रहती हैं, जिससे बदनामी होती है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस है, सुविधाएं हैं, उसके बावजूद घटनाएं कम नहीं हो रही हैं। महिला कहीं भी सुरक्षा नहीं है। कोई भी ऐसा नेता नहीं है जो महिलाओं की सुरक्षा पर बात करे।”
सरोजनी नगर तहसील से सात किलोमीटर दूर चिरोटी गाँव की रहने वाली सोनी सिंह (28 वर्ष) बताती हैं, “ यह बड़ा चुनाव है, इसमें बड़े नेता खड़े होते हैं। नेता खुद ही अपराधी हैं, वो महिलाओं की सुरक्षा पर क्या बात करेंगे? लेकिन महिलाएं भी चुनाव लड़ रही हैं वो अपने भाषण में महिला सुरक्षा की बात नहीं करतीं। घर-घर वोट मांगने आने पर भी किसी ने नहीं कहा कि गाँव की लड़किया सुरक्षित रहेंगी।”
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