अब किसानों पर ओलावृष्टि की पड़ी मार, यूपी में किसानों की बर्बाद हुईं फसलें

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में मूसलाधार बारिश के साथ हुई जबरदस्त ओलावृष्टि ने किसानों की कई फसलों को बर्बाद कर दिया है। नवंबर के महीने में ऐसी ओलावृष्टि से सबसे ज्यादा नुकसान गेहूं, सरसों, जई, बरसम के किसानों को हुआ है।

Mohit SainiMohit Saini   28 Nov 2019 2:22 PM GMT

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उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में मूसलाधार बारिश के साथ हुई जबरदस्त ओलावृष्टि ने किसानों की कई फसलों को बर्बाद कर दिया है। नवंबर के महीने में ऐसी ओलावृष्टि से सबसे ज्यादा नुकसान गेहूं, सरसों, जई, बरसम के किसानों को हुआ है।

हापुड़ की गढ़ तहसील में 27 नवंबर की शाम पांच बजे अचानक मौसम ने करवट बदली और कुछ ही देर में मौसम ने किसानों की फसलों पर कहर बरपाना शुरू कर दिया। इससे पहले हरियाणा में भी नवंबर महीने में बारिश से नुकसान पहुंचा है।

किसान ज्ञानेंद्र त्यागी ने 'गाँव कनेक्शन' से बताया, "मैंने अपने 8 बीघा खेत में गेहूं की बुआई की है। अचानक ऐसी ओलावृष्टि ने फसलों की जड़ को ही बर्बाद कर दिया है। हमारे क्षेत्र के कई किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है। सरकार को हम किसानों की समस्या को समझना चाहिए और खेतों की पैमाइश कर मुआवजा दिलाया चाहिए, ऐसे तो गरीब किसान बर्बाद हो जाएगा।"

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इन गाँवों में हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

हापुड़ जिले में सबसे ज्यादा ओलावृष्टि असौड़ा, उपेड़ा, श्यामपुर, वझीलपुर, धनोरा, तातारपुर, लालपुर, विगास, दादरी, खड़खड़ी, दोयमी गाँव में होने से किसानों की फ़सल बर्बाद हुई है।

ज्ञानेंद्र त्यागी ने बताया कि मुझे याद है कि इससे पहले 1986 में ऐसे ओले गिरे थे जिसके बाद उस समय मे भी किसानों की फ़सल बर्बाद हो गई थी।

वहीं किसान भीमपाल सिंह बताते हैं, "भीषण ओलावृष्टि काफ़ी सालों बाद हुई है, गनमित है कि अभी आलू की शत-प्रतिशत बुवाई नहीं हुई है, जबकि सरसों की पत्तियां टूट गई हैं। इसके अलावा बन्द गोभी की फसल को भारी नुकसान पहुँचा है, मटर और अन्य फसलें खेतों में बिछ गई हैं।"

'ओलावृष्टि से नुकसान का करें आंकलन'

वहीं ओलावृष्टि से किसानों की बर्बाद हुई फसलों को लेकर हापुड़ की जिलाधिकारी अदिति सिंह ने जिला कृषि अधिकारी को तलब कर रिपोर्ट मांगी है और निर्देश दिए कि सात दिनों में किसानों की फसलों के नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट दी जाए। प्रभावित क्षेत्रों में किसान को मुआवजा देने का भी आदेश दिया है।

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