किसानों को मिली जानकारी: कैसे करें बैंक में लोन के लिए अप्लाई 

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किसानों को मिली जानकारी: कैसे करें बैंक में लोन के लिए अप्लाई महिला किसानों ने भी लिया भाग।

होरी लाल, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

रायबरेली। गाँव कनेक्शन फाउंडेशन व सीएससी जलालपुर फाउंडेशन के द्वारा किसान दिवस पर जिले के सहगों ग्राम सभा में किसान चौपाल का आयोजन किया गया, जिसमें महिला किसान व पुरुष किसानों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। चौपाल में आए किसानों को खेती किसानी के साथ-साथ बैंक ऋण, शिक्षा, महिला अधिकार मानवाधिकार से संबंधित कानूनी सेवाओं से अवगत कराया गया।

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कार्यक्रम में बैंक ऑफ बड़ौदा से बैंकमित्र क्रांति किशोर ने किसानों को बैंक संबंधी जानकारी देते हुए कहा, "अधिकतर किसान भाई बैंक जाने में या बैंक अधिकारियों से सीधे बातचीत करने में घबराते हैं और किसी ना किसी का सहारा लेते हैं। जिससे बिचौलियों को मौका मिल जाता है और किसानों से अवैध वसूली कर ली जाती है। बैंक संबंधी किसी भी कार्य के लिए किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं होती है। आप निर्भय होकर बेधड़क बैंक कर्मियों के पास जाएं और अपनी जरूरत संबंधी जानकारी लें। बैंक कर्मी आपकी निशुल्क सहायता करेगा व सही रास्ता बताएगा।"

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किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में दी जानकारी

किसानों को खाद,बीज,खेती-किसानी से संबंधित खरीदारी के लिए बैंक किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के रुप में उचित ब्याज दर पर ऋण मुहैया कराती है।किसान क्रेडिट कार्ड के लिए हर बैंक की अपनी-अपनी ब्याज दरें होती हैं। और बैंक के अपने अपने क्षेत्र होते हैं।

इसलिए किसान भाई सबसे पहले यह पता करे कि आपके क्षेत्र के लिए किस बैंक की नियुक्ति की गई है। अपके क्षेत्र में जिस बैंक की नियुक्ति की गई है अगर उस बैंक को छोड़कर किसी और बैंक में जाएंगे तो आपको अधिक नियमों का पालन व ज्यादा भागदौड़ करनी पड़ती है। अतः आपके क्षेत्र में जिस बैंक की नियुक्ति हो उसी में जाएं और बैंक अधिकारी से पूछताछ कर नियमानुसार अपने जरूरी कागजों को जमा कर आसानी से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाएं और बिचौलियों का सहारा बिल्कुल भी ना लें।

महिला किसानों को 181 के बारे में बताया

कार्यक्रम में मौजूद दर्जनों महिला किसानों ने खेती किसानी के समय होने वाली छेड़छाड़ और अश्लील फोन कॉल के बारे में बताया। ग्राम सभा सहगों निवासी 35 वर्षीय सोनम ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा, "मैं लगभग दो साल से मनरेगा में मजदूरी कर रही हूं। मजदूरी के समय हमें गांव से बाहर आना पड़ता है। इसलिए मोबाइल फोन रखना जरूरी होता है ताकि हर समय घर वालों के संपर्क में रह सके। दो महीने पहले मुझे अनजान नंबर से फोन आया था वह मुझे हर समय परेशान करता था। जब मेने पति से कहा तो पति ने कहा सिम तोड़कर फेंक दो। अब रिपोर्ट के चक्कर में हर्जा खर्चा कौन करें। पर मेरी समझ से सिम तोड़कर फेंक देना समस्या का समाधान नहीं है।

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सोनम की बात सुनने के बाद विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से आए पीएलवी ब्रजपाल (पैरा लीगल वालेंटियर) ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा, "अश्लील फोन कॉल या रास्ते में सोहदो द्वारा की गई छींटा-कशी को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए 181 महिला हेल्पलाइन विभाग बनाया गया है। इसमें महिलाओं के साथ होने वाली किसी भी प्रकार की मारपीट,छेड़खानी,अश्लील फोन कॉल की शिकायत फोन के माध्यम से कर सकते हैं।यह टोल फ्री नंबर 24 घंटे चालू रहता है और आपके द्वारा बताई गई सभी जानकारी गोपनीय रखी जाती हैं या फिर आप अपने जिले के आशा ज्योति केंद्र पर संपर्क कर सकते हैं जहां आपको विधिक सहायता,चिकित्सा सुविधा,पुलिस सहायता यह सारी सुविधाएं एक ही छत के नीचे निशुल्कप्रदान कराई जाती हैं।

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