एक भी महिला टीकाकरण से छूटी तो भट्ठा मालिक पर होगी कार्रवाई  

Anand TripathiAnand Tripathi   7 Jan 2018 9:37 PM GMT

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एक भी महिला टीकाकरण से छूटी तो भट्ठा मालिक पर होगी कार्रवाई  भट्ठा मजदूरों का टीकाकरण 

इश्त्याक खान/आनंद त्रिपाठी गाँव कनेक्शन

लखनऊ/औरैया। नवजात शिशुओं व गर्भवती महिलाओं को गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए सोमवार से मिशन इंद्रधनुष के चौथे चरण की शुरुआत से हो रही है। इसके तहत प्रदेश के आठ शहरी क्षेत्रों में व 52 ग्रामीणों क्षेत्रों में संपूर्ण टीकाकरण के प्रयास किए जाएंगे। मिशन इंद्रधनुष का चौथा 14 जनवरी तक चलेगा।

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डीजी परिवार कल्याण डॉ. नीना गुप्ता ने बताया कि मिशन को सफल बनाने में हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। आठ जिलों के जिलाधिकारी व सीएमओ गाँव-गाँव जाकर लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करेंगे। प्रदेश के सभी जिलों में लगभग दो लाख पचास हजार बूथ लगाए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि मिशन को सफल बनाने के लिए भट्ठा मालिकों को स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी कर दिए हैं। भट्टे पर काम करने वाली महिला श्रमिक टीकाकरण से वंचित रह जाती हैं। महिला श्रमिक का अगर टीकाकरण न हुआ तो कार्रवाई तय है। रोजगार सेवकों और डीलरों को भी इसकी जिम्मेदारी दी गई है।

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औरैया में मिशन इंद्रधनुष को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग अपनी जोरदार कवायद में लगा हुआ है। ज्यादातर टीकाकरण में छूटने वाली महिलाओं में श्रमिक महिलाएं हैं। इसके लिए विभाग ने अपनी पहल को हवा देनी शुरू कर दी है। जिले में संचालित होने वाले तकरीबन 65 भट्ठे हैं। जिन पर 1255 महिलाएं काम करती हैं। टीकारण में इन महिलाओं का ख्याल रखते हुए भट्टा मालिकों को डीएलआरसी ने नोटिस जारी किया गया है कि वह अपने क्षेत्र की एएनएम और आशा से महिलाओं का टीकारण करवाएं।

टीकाकरण से वंचित होने पर भट्ठा मालिकों पर कार्रवाई की जाएगी। जिले में मनरेगा मजदूर महिलाओं की संख्या 3200 है। मनरेगा महिलाओं के टीकाकरण की जिम्मेदारी रोजगार सेवकों और कोटा डीलरों को पात्रता गृहस्थी महिलाओं के टीका की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा आंगनबाडी कार्यकत्री, आशा, एएनएम घर-घर जाकर टीकाकरण करेंगी। जिन ब्लाकों में टीकाकरण का लक्ष्य कम रहेगा। उनका सत्यापन कर एएनएम और जिम्मेदारों का वेतन रोका जाएगा।

पुजारी और उलेमाओं की ली जाएगी मदद

डीजी परिवार कल्याण डॉ. नीना गुप्ता ने बताया कि मिशन को सफल बनाने के लिए उलेमाओं और पुजारियों की भी मदद ली जाएगी कि वह सभी को टीकाकरण कराने के लिए जागरूक करें।

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इस बार रोका जाएगा वेतन

तीसरे चरण में अजीतमल ब्लाक में टीकाकरण का प्रतिशत अच्छा रहा था जब कि बिधूना में कम रहा। समीक्षा के बाद बिधूना सीएचसी प्रभारी को फटकार मिली और एएनएम को चेतावनी दी गई थी। सीएमओ अवधेश कुमार राय ने कहा, “इस बार जिस ब्लाक में टीकाकरण का प्रतिशत कम रहेगा। वहां के जिम्मेदारों का वेतन रोका जाएगा।”

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श्रम विभाग भी लगाएगा कैंप

श्रम प्रवर्तन अधिकारी एके मिश्रा ने बताया, “विभाग में रजिस्टर्ड श्रमिक महिलाओं और भट्टा पर कार्य करने वाली महिलाओं के लिए ब्लाक स्तर पर कैंप कराए जाएंगे, जहां टीकाकरण किया जाएगा। श्रमिक महिलाओं को किसी भी तरह छूटने नहीं दिया जाएगा।”

हम लोगों को नहीं मिलता कोई लाभ

एनएच-टू किनारे जैतापुर गाँव में स्थित जय काली ब्रिक्स फील्ड पर काम करने वाली महिला सरोजनी (35 वर्ष) ने बताया, “साहब हम लोगन का कोई लाभ नहीं मिलत है हम लोग यहां के निवासी नाहीं हैं जाकी वजह से छोड़ दय जात है। टीकाकरण हम लोग अस्पताल में लगवा लेत है भट्टे पर कोई नहीं आत है।”

    

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