साधारण परिवार में जन्मी अक्षिता ने 13 साल की उम्र में दी अपने सपनों को उड़ान
Neetu Singh 27 Sep 2019 7:10 AM GMT
लखनऊ। एक साधारण परिवार में जन्मी मिस टीन इण्डिया का खिताब जीत चुकी अक्षिता मिश्रा कहती हैं, "मैं जो करना चाहती थी उसे मेरे मम्मी-पापा ने करने दिया। पिछले तीन महीने मेहनत थोड़ी ज्यादा करनी पड़ी लेकिन आज ये खिताब जीतकर बहुत खुश हूँ।"
दिल्ली के एक होटल में जब एक तेरह वर्षीय बेटी के सर मिस टीन इण्डिया 2019 का ताज पहनाया जा रहा था ये क्षण उस पिता के लिए बेहद खास थे जिन्होंने अपनी बेटी को इस मुकाम तक पहुंचाया था।
गोरखपुर जिले के रानीडीह गाँव में रहने वाले अक्षिता के पिता नंदलाल मिश्रा (44 वर्ष) ये बताते हुए भावुक हो गये, "मैं अपनी खुशी शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। मैं सिर्फ एक माध्यम था पूरी मेहनत मेरी बेटी ने की है। मेरा विश्वास है एक दिन ये बहुत आगे जाएगी। ये बात सबके लिए सामान्य हो सकती है पर मेरे लिए ये बहुत ख़ास है क्योंकि मैं जिस जगह का रहने वाला हूँ वहां लोगों में प्रतिभाएं बहुत होती हैं पर उन्हें मौके नहीं मिलते हैं।"
ये भी पढ़ें-नलनीश नील: गांव से आकर बॉलीवुड में हीरो बनने का सफर
वो कहते हैं, "हर किसी बच्चे में पढ़ाई के अलावा कई और प्रतिभाएं छिपी होती हैं अगर उन्हें मौका मिल जाये तो वो मेरी बेटी की तरह अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।"
डेलीवुड की तरफ से अगस्त 2019 में दिल्ली में हुई सौन्दर्य प्रतियोगिता में 11000 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसका ऑडिशन 72 शहरों में हुआ जिसमें 180 बच्चे चयनित हुए। जिसमें लखनऊ के अलीगंज में रहने वाली अक्षिता मिश्रा को मिस टीन इण्डिया 2019 का ताज पहनाया गया। मिस्टर एंड मिस टीन इण्डिया की इस प्रतियोगिता में 13 से 16 साल के बच्चे प्रतिभाग कर सकते हैं इसमें लम्बाई की कोई बाध्यता नहीं है। इस सौन्दर्य प्रतियोगिता में बच्चों से जनरल नॉलेज से जुड़े सवाल पूंछे जाते हैं साथ ही उन्हें डांस,एक्टिंग,स्वीमिंग,गीत गाने जैसे कई चुनौतीपूर्ण राउंड से होकर गुजरना पड़ता है।
देशभर में एडमिशन गुरु से जो कॉलेज टाइअप हैं वहां चलने वाले 300 से ज्यादा कोर्सों में से अक्षिता इंटर के बाद जो भी कोर्स करना चाहे उसके लिए उसे फेलोशिप दी गयी है। इनके पिता मार्केटिंग की प्राइवेट नौकरी करते हैं और माँ एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती हैं। अक्षिता लोरेटो कॉन्वेंट स्कूल में आठवीं की छात्रा है। इन्हें पढ़ाई के साथ-साथ सिंगिंग, डांसिंग, एक्टिंग, स्वीमिंग का बहुत शौक है। ये खाली समय में कवितायें भी लिखती हैं। अक्षिता को अंग्रेजी गाना गाने का शौक है।
ये भी पढ़ें-फिल्म जगत का वो हीरो जिसने पहले बस में काटे टिकट, फिर अपने अभिनय के दम पर बना स्टार
अक्षिता के लिए ये मात्र एक सौन्दर्य प्रतियोगिता नहीं थी बल्कि उन्हें ऑल इंडिया में मिस टीन विजेता के लिए कई चुनौतीपूर्ण राउंड से गुजरना पड़ा। अक्षिता बताती हैं, "ऑडिशन होने के तीन महीने तक मेरी माँ ने जनरल नॉलेज की खूब तैयारी करवाई। गीत गाने का रियाज कराया। स्वीमिंग सीखी, एक दो घंटे रोज साइकिलिंग की। फाइनल राउंड होने के पांच दिन पहले से हमारी हर गतिविधि पर निर्णायक मंडल की नजर रहती थी। हम दो तीन घंटे ही सो पाते थे। हमें कई राउंड से होकर गुजरना पड़ा तब कहीं हम विनर बने।"
अक्षिता पिछले चार वर्षों से कथक का कोर्स सीख रही हैं। ये दिसंबर 2018 में राजस्थान किट फैशन में भी विजेता रही हैं। अक्षिता की माँ वीनू पाण्डेय (38 वर्ष) कहती हैं, "बेटी पढ़ाई में एक सामान्य है। हमने कभी अपनी इच्छाएं उसके ऊपर थोपी नहीं उसे जो करना अच्छा लगता उसे करने में उसकी मदद की। यही वजह है बेटी पहली ही कोशिश में विजेता बन गई।"
छोटी उम्र में इस मुकाम पर पहुंचकर अक्षिता का आत्मविश्वास बढ़ा है, वो कहती हैं, "मैं अपनी पढ़ाई के साथ इस क्षेत्र में भी कोशिश करती रहूंगी। मिस वर्ल्ड में भी ट्राई करूंगी। मैं पढ़ लिखकर वैज्ञानिक बनना चाहती हूँ।"
ये भी पढ़ें-एक ऐसी हिन्दी फिल्म जो किसानों के पैसों से बनी थी
More Stories