SC ने कहा- CBI के सामने पेश हो राजीव कुमार, ममता बोलीं- हमारी नैतिक जीत
सीबीआई और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच जारी तनाव के बीच सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाया है।
गाँव कनेक्शन 5 Feb 2019 6:40 AM GMT
लखनऊ। सीबीआई और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच चल रही रार के बीच सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होना चाहिए। हालांकि इस दौरान उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकती है। ममता बनर्जी ने इसे अपनी नैतिक जीत बताई है।
सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होकर उन्हें जांच में सहयोग करना चाहिए। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि राजीव कुमार को शिलांग में सीबीआई के सामने पेश होना होगा। उन्हें पूछताछ का सामना करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
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पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से पैरवी करते हुए जब अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट से कहा कि सीबीआई राजीव कुमार को गिरफ्तार कर सकती है, तब कोर्ट ने कटाक्ष करते हुए कहा कि आप बहुत अधिक कल्पना कर लेते हैं. राजीव कुमार को जांच में सहयोग करने में कोई दिक्कत नहीं होना चाहिए।
उधर कोलकाता में धरना दे रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को अपनी नैतिक जीत बताया। धरना स्थल पर ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार संविधान का उल्लंघन कर रही है। मोदी सरकार बिग-बॉस बनना चाहती है, जबकि लोकतंत्र में बिग बॉस जनता होती है।
#SaveIndiaSaveDemocracy
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) February 5, 2019
This is a moral victory for Bengal and the country: @MamataOfficial on SC verdict
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ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कई मंत्री फोन करके हमसे कहते हैं कि पीएम मोदी के खिलाफ मत बोला जाए. हमें चेतावनी दी जाती है, राज्य के फंड्स रोक दिए जाते हैं। ममता बनर्जी ने आगे कहा कि वह विपक्षी दलों से बात कर के फैसला करेंगी कि वह अपने इस धरने को जारी रखे या छोड़ दें। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट पर अपना भरोसा जताया।
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उधर कोर्ट ने अवमानना के मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस को नोटिस जारी की है। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने कहा कि नोटिस जारी किए बिना अवमानना कर सकते हैं. अवमानना तय करने से पहले दूसरे पक्ष को भी सुनना होगा. इस मामले में बंगाल पुलिस को नोटिस देते हुए कोर्ट ने कहा कि डीजीपी, पुलिस कमिश्नर और चीफ सेक्रेटरी को 20 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में पेश होना होगा. जबकि नोटिस का जवाब 18 फरवरी को देना होगा। इस मामले की अगुवाई 20 फरवरी को होगी।
भाजपा ने ममता बनर्जी के हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ममता बनर्जी नियमों का पालन नहीं कर रही हैं। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दोहराया कि ममता सीबीआई की जांच में बाधा बन रही हैं. वहीं बंगाल से आने वाले केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी ट्वीट करते हुए ममता बनर्जी पड़ चुटकी ली। उन्होंने ट्वीट किया, ' ममता बनर्जी इसे अपनी नैतिक जीत बता रही हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होने का आदेश दिया है। सीबीआई राजीव कुमार को गिरफ्तार करने गई भी नहीं थी। वह सिर्फ उनसे पूछ-ताछ के लिए गई थी। ममता बनर्जी राजीव कुमार को निर्देश देकर जांच में बाधा पहुंचा रही हैं।'
Mamtaji is delusional, claiming victory😂When did CBI say that they went 2 arrest Rajiv Kumar?She was BLOCKING the probe by instructing Rajiv to not cooperate in the CBI probe!! Supreme Court has ORDERED him to present himself before CBI, something he didn't do for 3years•Period
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) February 5, 2019
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