लॉकडाउन में फिटनेस: इन क्रियाओं के बाद ही करें योगासन

Ashwani Kumar DwivediAshwani Kumar Dwivedi   10 April 2020 7:10 AM GMT

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लॉकडाउन में फिटनेस: इन क्रियाओं के बाद ही करें योगासन

लखनऊ। पिछले लेख में आपने पढ़ा कि योगासन करने से पहले किन किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए। जैसे योग निर्धारित समय पर और नियमित रूप से करें, योग करने से पहले पेट बिलकुल खाली होना चाहिए। योग एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है इसे क्रमबद्ध तरीके से करें और वीडियो देखकर या प्रशिक्षक के बिना सीधे योग के कठिन आसनों का अभ्यास न करें।

पहले सीखे, समझे और शरीर को इस अवस्था के लिए तैयार करें जब शरीर आसानी से योगासन कर सके, दूसरों को देखकर योग को "स्टंट" न बनाये और न ही शरीर पर योगासन करने के लिए दबाव बनाये, सहजता से जितना शरीर कर सकें सिर्फ उतना ही करें।

जानिए योगासन करने से पहले की जाने वाली यौगिक क्रियाएं (वार्मअप)...

योग में श्वाश–प्रश्वास प्रक्रिया का महत्वपूर्ण स्थान है और योगासन करते समय भी योगी इसका विशेष ध्यान रखते हैं। इसका संतुलन आसन करते समय भी किया जाता है तभी योगासन का अपेक्षित प्रभाव शरीर पर पड़ता है। योगासन से पूर्व कुछ क्रियाएं जो पेट और श्वास से सम्बंधित है की जाती हैं।

योग के नियमों के अनुसार सीधे परिश्रम वाली यौगिक क्रिया करने से पहले सावधान की मुद्रा में खड़े होकर (समपादासन) दृष्टि को सीधा रखते हुए कम से दस बार श्वास-प्रश्वास (साँस नाक द्वारा खीचना और छोड़ना) का अभ्यास करें। सांस छोड़ते समय पेट की मांसपेशिया सिकुड़नी चाहिए और साँस लेते समय पेट की मांसपेशिया फूलनी चाहिए।

दूसरे स्टेप में सावधान की मुद्रा में सीधे खड़े होकर आकाश की तरफ देखते हुए तेजी से दस बार श्वास-प्रश्वास की क्रिया को करें।

तीसरे स्टेप में सावधान की मुद्रा में दृष्टि की सीधे पांच फीट की दूरी पर स्थिर करके नीचे की तरफ देखते हुए दस बार श्वास-प्रश्वास की क्रिया को करें।

पांचवे स्टेप में पहले सावधान की मुद्रा में खड़े हो ,दोनों हाथ कमर पर रखे और शरीर को 30 डिग्री के कोण तक झुकाए और इसी स्थिति दस बार श्वास-प्रश्वास करें व् धीरे धीरे श्वास भरते हुए सावधान की मुद्रा में फिर से वापस आ जाये।

छठे स्टेप में पहले सावधान की मुद्रा में खड़े हो दोनों हाथ कमर पर इस तरह रखे कि अगूंठा कमर पर और उँगलियाँ पीछे की तरफ हो, श्वास बाहर निकालते हुए 90 डिग्री कोण तक शरीर को झुकाए और इस मुद्रा में सामान्य गति से 10 बार श्वास ले और छोड़े फिर धीरे धीरे श्वास भरते हुए पहले की स्थिति में आ जाए।

योग से पहले की जाने वाली इस क्रिया से प्राणशक्ति बढ़ती है पेट सम्बन्धी रोगों में लाभ होता है और शरीर में जो श्वसन तंत्र है वो मजबूत होता हैं। अन्तस्त्रावी ग्रंथिया (ENDOCRINE GLANDS) के स्त्राव संतुलित होते हैं।

काफी संख्या में लोग योग को सही प्रशिक्षक या सही जानकारी के साथ करते हैं और योग के मध्यम से शरीर को लम्बे समय तक निरोगी,स्वस्थ और उर्जावान बनाये रखते हैं। वही कुछ लोग योग के नाम पर सुबह उठकर या जितने भी टाइम मन हुआ योगाभ्यास करने का प्रयास करते हैं लेकिन शरीर को पहले इन श्वास सम्बन्धी यौगिक क्रियाओं के माध्यम से गर्म करने के बाद हल्के श्रम जैसे रस्सी कूदना पैदल चलना आदि शुरू करना चाहिए उसके बाद थोडा कठिन श्रम जैसे दौड़ना या ज्यादा मेहनत वाली कसरत करना चाहिए। ये सब क्रम से करने पर शरीर पर दबाव कम होता है और आपका स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

नोट - अगले लेख में हम आपको योग आसन करने से पहले की जाने वाली यौगिक क्रियाओं के बारे में जानकारी देंगेI

   

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