वाटर स्कूल में सिखाया जाएगा किसान कैसे करें कम पानी में खेती

Ashwani NigamAshwani Nigam   15 May 2017 7:03 PM GMT

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वाटर स्कूल में सिखाया जाएगा किसान कैसे करें कम पानी में खेतीखेती में किसानों की लागत बड़ा भाग सिंचाई पर खर्च होता है। 

लखनऊ। हर साल घटता भू-गर्भ जल और पानी की होती कमी का असर कृषि पर सबसे ज्यादा पड़ रहा है। जल संकट से कृषि उत्पादन प्रभावित हो रहा है। ऐसे में पूरे विश्व में किसानों को खेती के लिए जल प्रबंधन करना सिखलाया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश के किसान भी कम पानी में अधिक पैदावार कर सकें इसके लिए विश्व बैंक की मदद से उत्तर प्रदेश में 470 किसान प्राइमरी वाटर स्कूल का गठन होने जा रहा है। माइनर और कुलाबा सिंचाई स्तर पर खुलने वाले इन स्कूलों में किसानों को जल संरक्षण की ट्रेनिंग के साथ ही नई सिंचाई विधियों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। सिंचाई विभाग के माध्यम से कृषि विभाग इन स्कूलों का संचालन करेगा। यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने यह जानकारी दी।

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उत्तर प्रदेश में 271 डार्क जोन घोषित किए गए हैं, जहां पर भूजल स्तर बहुत नीचे चला गया है। इन क्षेत्रों को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत माइक्रो इरिगेशन से भी जोड़ा जा रहा है। इससे जहां भूमिगत जल के संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, वहीं किसानों की उत्पादकता में भी वृद्धि होगी।

उत्तर प्रदेश वाटर रीस्ट्रक्चरिंग परियोजना के दूसरे चरण में पिछले साल प्रदेश के 19 जिलों में 240 किसान वाटर स्कूल का गठन की घोषणा की गई थी जिसका ट्रायल भी हुआ था लेकिन यह योजना धरातल पर नहीं उतर पाई थी। ऐसे में अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने खरीफ सीजन को देखते हुए इसी महीने किसान वाटर स्कूलों का ट्रायल करने के साथ ही इसको समय से गठित करते हुए किसानों को प्रशिक्षण और प्रदर्शन करने का आदेश दिया है।

हर खेत तक पानी पहुंचे इसके लिए सिंचाई विभाग कई सारी योजनाएं चला रहा है। कृषि विभाग के साथ मिलकर किसानों के लिए सिंचाई सुविधा बढ़ाने का हर संभव प्रयास भी किया जा रहा है।
धर्मपाल सिंह, सिंचाई मंत्री

किसान वाटर स्कूलों के माध्यम से पहले चरण में प्रदेश के 12 हजार किसानों को जल प्रबंधन की ट्रेनिंग दी जाएगी। उसके बाद यह प्रशिक्षित किसान प्रदेश के 2.76 लाख किसानों को पानी की बचत के साथ ही नवीनतम सिंचाई विधियों के जरिए उन्नत कृषि उत्पादन की व्यवहारिक जानकारी देंगे।

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उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया, ‘हर खेत तक पानी पहुंचे इसके लिए सिंचाई विभाग कई सारी योजनाएं चला रहा है। कृषि विभाग के साथ मिलकर किसानों के लिए सिंचाई सुविधा बढ़ाने का हर संभव प्रयास भी किया जा रहा है।’ उत्तर प्रदेश के सिंचाई राज्यमंत्री बलदेव सिंह ओलख ने कहा कि खरीफ की बुवाई के लिए किसानों को सिंचाई के लिए कोई समस्या न हो इसके लिए विभागों को निर्देश जारी किया जा चुका है।

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