'नशा मुक्त समाज तभी संभव जब सरकार के साथ हम भी निभाएं अपनी सहभागिता'

आज नशा युवा पीढ़ी को और भी जकड़ता जा रहा है। जरूरत है कि नशे के दुष्प्रभावों के बारे में लोग जानें। इस कड़ी में गाँव कनेक्शन फाउंडेशन और राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान की ओर से यह प्रयास किया गया। उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम के जरिये ग्रामीणों को नशे से हमेशा दूर रहने के लिए जागरूक किया गया।

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नशा मुक्त समाज तभी संभव जब सरकार के साथ हम भी निभाएं अपनी सहभागिताप्रयागराज के तुडियार गाँव में नशामुक्ति जागरुकता कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताते वक्ता। फोटो : गाँव कनेक्शन

"आज नशे की वजह से न सिर्फ अपराध को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि बेरोजगारी बढ़ने के कई कारणों में से यह भी एक कारण शामिल है। खासतौर से युवा पीढ़ी नशे की लत में आकर न सिर्फ आज, बल्कि अपना कल भी ख़राब कर रहे हैं, इसलिए हमें अपनी भी जिम्मेदारी को समझना होगा, एक नशा मुक्त समाज तभी संभव है जब सरकार के साथ हम भी अपनी सहभागिता निभाएं," यह बात पूर्वांचल केसरी शनिराज सिंह पहलवान ने ग्रामीणों के सामने कही।

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के बरहज थाना क्षेत्र में आने वाले गाँव पैना में नशा मुक्ति जागरुकता कार्यक्रम के दौरान शनिराज सिंह ग्रामीणों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दे रहे थे। गाँव कनेक्शन फाउंडेशन और राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल डिफेंस) के साझा प्रयास से इस गाँव में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

ग्यारह दिसम्बर को हुए इस कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्त्ता भारत भूषण पांडेय ने कहा, "कोई भी नशा हो वो व्यक्ति को मानसिक रूप से बीमार बना देता है और एक समय बाद वो व्यक्ति नशा करने के लिए कुछ भी कीमत चुकाने को तैयार हो जाता है, लेकिन यह गलत है। नशे में पैसा बर्बाद करने की बजाए व्यक्ति को वह पैसा सत्कर्मों में लगाना चाहिए। जिसके उसका चरित्र का निर्माण होगा, साथ ही सामाजिक कद भी बढ़ेगा।"

देवरिया जिले में कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को जादू के जरिये नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देते जादूगर संदीप शर्मा। फोटो : गाँव कनेक्शन

गाँव कनेक्शन फाउंडेशन और राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल डिफेंस) के साझा प्रयास से दो से 29 दिसम्बर तक उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में नशा मुक्ति जागरुकता कार्यक्रम चलाया गया। इन कार्यक्रमों के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी गयी।

इसी क्रम में 21 दिसम्बर को प्रयागराज के तुडियार गाँव में भी नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर जादूगर संदीप शर्मा ने अपने दिलचस्प जादू के जरिये ग्रामीणों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया।

इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्त्ता शंकर दयाल ने कहा, "जरूरी है कि समाज के लोग एकजुट होकर नशे के खिलाफ बीड़ा उठायें, तभी वास्तव में नशा मुक्त समाज बनाया जा सकता है। इसके लिए हम सभी लोगों को दृढ़ संकल्प लेकर नशे के प्रति युवाओं को जागरूक करने की जरूरत है।"

प्रतापगढ़ जिले के लक्ष्मणपुर विकास खण्ड की रेणी ग्राम पंचायत में कार्यक्रम के दौरान कोरोना महामारी को लेकर सामाजिक दूरी का रखा गया पूरा ख्याल। फोटो : गाँव कनेक्शन

"आज के समय में युवा सोहबत में पड़कर नशा शुरू कर देता है। फिर धीरे-धीरे वह नशे का आदि बन जाता है। उसकी मानशिक शक्ति क्षीण हो जाती है। इस लिए हमें किसी की गलत संगत में न पड़ कर अपने लक्ष्य की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है और लोगों को नशे के प्रति जागरूक करना होगा," शंकर दयाल ने आगे कहा।

इसी क्रम में 23 दिसम्बर को प्रतापगढ़ जिले के लक्ष्मणपुर विकास खण्ड की रेणी ग्राम पंचायत में नशा उन्मूलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कोविड 19 के नियमों ध्यान में रखते हुए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण युवाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ग्राम प्रधान बृजेश शुक्ल ने कहा, "युवा आज के समय में अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को छोड़ कर नशे को अपनाता चला जा रहा है और दिन पर दिन आर्थिक रूप से कमजोर होता जा रहा है। इसलिए हम सबको आज यहां संकल्प लेने की जरूरत है। नशे को न कहें और लोगों में भी जाग्रति फैलाएं।" वहीं कार्यक्रम में शिक्षक राजेश मिश्रा ने भी युवाओं को नशे के प्रति जागरूक किया और युवाओं से नशा न करने की अपील की।

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