'बेहतर समाज बनाने के लिए जरूरी है नशा मुक्ति, इसलिए नशे को कहिए ना'

नशे की लत से हर साल खत्म होती लाखों जिंदगियों को बचाने के लिए गाँव कनेक्शन फाउंडेशन और राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल डिफेंस) के साझा प्रयास से उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में 02 से 29 दिसम्बर के बीच नशा मुक्ति कार्यक्रम किये गए।

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बेहतर समाज बनाने के लिए जरूरी है नशा मुक्ति, इसलिए नशे को कहिए नाअयोध्या जिले के मिल्कीपुर में नशामुक्ति जागरुकता कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को जानकारी देते वक्ता। फोटो : गाँव कनेक्शन

जालौन/बस्ती/अयोध्या (उत्तर प्रदेश)। "न सिर्फ युवाओं के उज्जवल भविष्य के लिए बल्कि एक बेहतर समाज बनाने के लिए नशा मुक्ति बहुत जरूरी है। मगर आज का युवा नशे की लत में आकर अपने भविष्य को अंधकार में डुबोता चला जा रहा है, इसलिए जरूरत है कि युवा नशे को ना कहे और एक मजबूत राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे," ये बात युवा अजीत सिंह गुज्जर ने ग्रामीण युवाओं के सामने कही।

नशे की बुरी लत से हर साल खत्म होती लाखों जिंदगियों को बचाने के लिए गाँव कनेक्शन फाउंडेशन और राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान (NISD) के साझा प्रयास से 02 से 29 दिसंबर तक उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में नशा मुक्ति जागरुकता कार्यक्रम किये गए। इन कार्यक्रमों के दौरान विशेष तौर पर कोविड से जुड़े नियमों का भी पालन किया गया।

इसी क्रम में तीन दिसम्बर को उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के कालपी तहसील के सरसई गाँव में तीन दिसम्बर को नशामुक्ति जागरुकता कार्यक्रम किया गया। इस कार्यक्रम में युवा अजीत सिंह ने न सिर्फ ग्रामीण युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी, बल्कि उन युवाओं को नशे से सदा दूर रहने के लिए संकल्प भी दिलाया।

उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के कालपी तहसील के सरसई गाँव में कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को संबोधित करते वक्ता। फोटो : गाँव कनेक्शन

वहीं आठ दिसम्बर को बस्ती जिले के विकास खण्ड साउघाट में आने वाली ग्राम पंचायत बेलभरिया में नशामुक्ति जागरुकता कार्यक्रम के जरिये युवाओं को नशे से हमेशा दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक किया गया।

इस कार्यक्रम के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता श्याम चन्द्र शुक्ल ने कहा, "आज के दौर में युवा वर्ग मानसिक तनाव या छोटी-छोटी बातों में तनाव को कम करने के लिए नशे को गले लगा लेता है। इससे उसका न सिर्फ मानसिक विकास रुक जाता है, बल्कि धीरे-धीरे शरीर की ऊर्जा भी क्षीण होने लगती है।"

बस्ती जिले में नशामुक्ति जागरुकता कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताते सामाजिक कार्यकर्ता श्याम चन्द्र शुक्ल। फोटो : गाँव कनेक्शन

"ऐसे हालातों में जरूरी है कि युवा अच्छे कार्यों में अपना मन लगाये और अपने दैनिक कामों पर ध्यान दे, अन्यथा जीवन तो बर्बाद होगा ही, साथ में आर्थिक विकास का पहिया भी थम जायेगा," सामाजिक कार्यकर्ता श्याम चन्द्र शुक्ल ने आगे कहा।

कार्यक्रम के दौरान जादूगर संदीप शर्मा ने भी अपने जादू के जरिये ग्रामीणों को नशे का सेवन करने से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया। इस बीच न सिर्फ ग्रामीणों ने अलग-अलग जादू का आनंद लिया बल्कि नशे कितना घातक साबित हो सकता है, इस बारे में भी जानकारी हासिल की।

इसी क्रम में सात दिसम्बर को अयोध्या जिले के मिल्कीपुर में नशामुक्ति जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान युवाओं के साथ बड़ी संख्या में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हुईं।

इस कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्त्ता बलराम तिवारी ने कहा, "आज का युवा देश का सबसे ऊर्जावान हिस्सा है और इसीलिए उन पर अधिक भरोसा भी है। सही विचारधारा और शक्ति के साथ ही युवा राष्ट्र की उन्नति में सहयोग कर सकते हैं और इसे आगे बढ़ा सकते हैं। इसलिए नशे को त्याग कर ही यह सब कार्य सम्भव है।"

"इसलिए सभी युवाओं से आग्रह है कि वे न सिर्फ नशे से दूर रहें, बल्कि जो युवा नशे की गिरफ्त में है, उनको अच्छा नागरिक बनाने का काम भी करें। जब हम नशामुक्ति का यह कार्यक्रम अनवरत रूप से करेंगे, तभी हमें इस नशे से मुक्ति मिल सकती है।"

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