यहां खिलाड़ी खुद प्रैक्टिस कर निखार रहे हुनर 

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यहां खिलाड़ी खुद प्रैक्टिस कर निखार रहे हुनर बदहाली के दौर से गुजर रहा है स्टेडियम।

वैशाली अवस्थी,स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

उन्नाव। पं. दीनदयाल उपाध्याय स्पोट्र्स स्टेडियम में खिलाडिय़ों को सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं मिल पा रहा। स्टेडियम में न ही खेल के संसाधन उपलब्ध हैं और न ही कोच। एथलेटिक्स से लेकर, क्रिकेट, फुटबाल और बैडमिंटन के खिलाड़ी अपने ही दम पर हुनर को तलाशने का प्रयास कर रहे हैं।

खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए जिले में स्पोट्र्स स्टेडियम की स्थापना लगभग तीन दशक पूर्व हुई थी। यहां कहने के लिए इंडोर से लेकर आउटडोर खेलों की सुविधा उपलब्ध है पर असलियत कुछ और ही है।

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क्रिकेट, फुटबाल, हॉकी जैसे खेलों में हुनर को तराशने के लिए यहां सौ से अधिक खिलाडिय़ों ने अपना पंजीकरण करा रखा है, लेकिन इन्हें यहां न ही कोच की सुविधा मिल पा रही है और न ही संसाधन की। स्टेडियम में तीन वर्ष से कई खेलों में कोच की तैनाती ही नहीं हुई है। क्रिकेट, फुटबाल, हैंडबॉल खेलने के लिए आने वाले खिलाड़ी यहां या तो खुद ही नई टेक्नीक्स सीखते हैं या फिर वह सीनियर खिलाडिय़ों की मदद लेते हैं। लेकिन उन्हें दक्ष बनाने वाला यहां कोई नहीं है। कोच की तैनाती न होने से खिलाड़ी गैर जनपद जाने को भी मजबूर होते हैं।

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बरसात में भर जाता है पानी

जिला स्पोट्र्स स्टेडियम का मैदान भी खिलाडिय़ों के खेलने लायक नहीं है। मैदान कई जगह से ऊंचा, नीचा हो गया है। ऐसे में बरसात में यहां पानी भर जाता है। बारिश के मौसम में बड़ी बड़ी घास भी यहां उग आती है। एक सप्ताह पूर्व ही खिलाडिय़ों द्वारा आपत्ति जताए जाने पर मैदान पर उगी घास को कटवाया गया था।

बैडमिंटन हाल का भी नहीं हो पा रहा उपयोग

इंडोर गेम्स के लिए स्पोट्र्स स्टेडियम में बैडमिंटन हाल का निर्माण कराया गया था। दो दशक पूर्व बैडमिंटन का निर्माण होने के बाद इसका प्रयोग नहीं हो सका। ऐसे में वह जर्जर हो गया। इस बीच शासन से मरम्मत के लिए बजट जारी हुआ। तीस लाख रुपये से अधिक खर्च कर बैडमिंटन हाल की मरम्मत कराई गई। लेकिन कोच न होने से खिलाड़ी मन मसोस कर रह जाते हैं।

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क्रिकेट, फुटबाल, एथलेटिक्स, हैंडबाल, बैडमिंटन और स्वीमिंग के लिए यहां कोई स्थाई कोच अब तक तैनात नहीं किया गया है। हाल ही में भारत्तोलन के लिए एक कोच की तैनाती की गई थी, लेकिन एक दिन ज्वाइन करने के बाद वह वापस हो गए।
जिला क्रीड़ा अधिकारी, अनीता कनौजिया।

       

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