वादाखिलाफी से नाराज रोजगार सेवकों ने किया सांसद आवास का घेराव

उत्तर प्रदेश के 37 हजार रोजगार सेवक अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहें है।रोजगार सेवकों का बीस से बत्तीस महीनें का मानदेय नहीं मिला जिसके चलते आज रोजगार सेवकों ने भाजपा सांसद कौशल किशोर के लखनऊ स्थित आवास का घेराव किया।

Ashwani Kumar DwivediAshwani Kumar Dwivedi   20 Jun 2018 9:17 AM GMT

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वादाखिलाफी से नाराज रोजगार सेवकों ने किया सांसद आवास का घेराव

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इन दिनों विभिन्न संविदाकर्मी धरना प्रदर्शन कर रहें है। कारण ये हैं कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान चुनावी मंचो से भाजपा नेताओं ने संविदा कर्मियों को लुभावनी बातें और सपने दिखाए लेकिन सरकार बनने के एक साल बाद भी समस्याए कम होने के बजाय बढ़ जाने से संविदाकर्मी संगठन अपनी मांगों को लेकर दिन पर दिन उग्र होते जा रहें हैं।

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बीस से बत्तीस महीने तक का मानदेय नहीं मिला

उत्तर प्रदेश ग्राम रोजगार सेवक संघ के अध्यक्ष भूपेश कुमार सिंह ने बताया कि सांसद के आवास घेराव में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से रोजगार सेवको ने हिस्सा लिया।

भूपेश सिंह बताते हैं कि प्रदेश के 37 हजार रोजगार सेवक अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहें है। रोजगार सेवकों का बीस से बत्तीस महीनें का मानदेय नहीं मिला जिसके चलते आज रोजगार सेवकों ने भाजपा सांसद कौशल किशोर के लखनऊ स्थित आवास का घेराव किया।

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भुखमरी के कगार पर 37 हजार परिवार

रोजगार सेवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश कुमार सिंह ने बताया कि विगत विधानसभा चुनाव में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रास्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा अमित शाह प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश माथुर ने आपसी सहमति के बाद रोजगार सेवकों के समस्याओ के निराकरण के लिए अपील पत्र जारी किया था। लेकिन सरकार बनने के ढेढ़ साल बाद भी आज तक ग्राम रोजगार सेवकों के मानदेय का भुगतान नहीं किया गया। उल्टा प्रदेश के 37 हजार रोजगार सेवकों के परिवार भुखमरी की कगार पर पहुँच गये हैं।

दो साल से मानदेय न मिलने से परेशान पचास ग्राम रोज़गार सेवको ने दिया सामूहिक इस्तीफा

अन्य संविदा सगठनों ने किया समर्थन ...

राज्य कर्मचारी सयुक्त परिषद् के अध्यक्ष एसपी तिवारी ने बताया कि रोजगार सेवकों की मांगे जायज हैं और इसलिए हम समर्थन कर रहे है।राज्य कर्मचारी सयुक्त परिषद् के साथ अखिल भारतीय मनरेगा कर्मचारी संघ ,रोजगार सेवक संघ ने भी घेराव में शामिल होकर समर्थन किया।

ये हैं रोजगार सेवकों की मांगें ...

भाजपा सांसद कौशल किशोर को दिए गये ज्ञापन में रोजगार सेवकों ने आठ मांगे रखी हैं।

नगर निकाय में सम्मिलित हो चुके नगर निकाय के रोजगार सेवक को अन्य ग्राम पंचायत में समायोजित करनें की मांग

फर्जी प्रस्ताव पर हटाए गये रोजगार सेवकों की बहाली

बजट पृथक करतें हुए न्यूनतम वेतन 24 हजार मासिक

ग्राम विकास /सह सचिव का दर्जा

रोजगार सेवकों को बीमा लाभ

बीस से बत्तीस महीने का बकाया मानदेय भुगतान

ग्राम पंचायत अधिकारी /ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती में वरीयता

कौशल किशोर ने खुले मंच से की मदद की घोषणा

रोजगार सेवकों का नेत्तव कर रहें भूपेश कुमार सिंह ने बताया की घेराव करने पर भाजपा सांसद ने रोजगार सेवकों के मंच पर आकर मंच से ज्ञापन लेने के साथ ही खुले मंच से अपनी बात पर कायम रहने के साथ मदद करने का वादा किया है। और साथ ही बड़ी मात्रा में रोजगार सेवकों की भीड़ होने के बाद भी रोजगार सेवकों के लिए जलपान की व्यवस्था भी कराई।

मुख्यमंत्री से होगी बात ....

सांसद कौशल किशोर ने बताया की रोजगार सेवकों ने अपनी मांगों को लेकर घेराव किया हैं। रोजगार सेवक अपने हक की लड़ाई लड़ रहे है। और उन्हें मदद करने का वादा भी किया गया है ,ग्राम्य विकास ,मंत्री और मुख्यमंत्री से बात हो गयी है, 21 जून की शाम को मुख्यमंत्री और 23 जून को ग्राम्य विकास मंत्री डॉ महेंद्र सिंह से रोजगार सेवकों के प्रतिनिधि मंडल के साथ मुलाकात का समय तय हो गया है,जल्द ही इस समस्या का निराकरण किया जायेगा ।

     

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