ठेकेदारों को ई-पेमेंट के जरिए होगा भुगतान

Uzaif MalikUzaif Malik   4 Oct 2017 10:35 AM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
ठेकेदारों को ई-पेमेंट के जरिए होगा भुगतानप्रतीकात्मक फोटो

स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

पीलीभीत। लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, बाढ़ खंड विभाग, वन विभाग, लघु सिंचाई विभाग और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के द्वारा पैसे के भुगतान में अब चेक का उपयोग नहीं किया जा सकेगा। नई व्यवस्था के अंतर्गत सभी भुगतान डीडीओ पोर्टल के माध्यम से बिल बनाकर कोषागार में प्रस्तुत करने होंगे। इसके बाद कोषागार से ऑनलाइन ई-पेमेंट के माध्यम से भुगतान किए जाएंगे।

इसी प्रकार जिले के जिन आहरण-वितरण अधिकारियों कार्यालयाध्यक्षों के द्वारा पीएलए खाते संचालित किए जाते हैं। उनका भुगतान भी चेक के स्थान पर अब नई प्रक्रिया के माध्यम से ही किया जाएगा।

ये भी पढ़ें:- पेंशन योजना का इस तरह दिव्यांग उठाएं लाभ, ऑनलाइन करें आवेदन

यह जानकारी जिलाधिकारी शीतल वर्मा ने दी। इस संबंध में उन्होंने बताया, "ठेकेदारों को पैसे का भुगतान अब नई ऑनलाइन व्यवस्था ई-पेमेंट के माध्यम से किया जाएगा। इस बाबत सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। एक अक्टूबर से यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ई-पेमेंट व्यवस्था लागू होने से ठेकेदारों को होने वाले भुगतान में पारदर्शिता आएगी और उनका भुगतान समय पर हो सकेगा।"

इस बारे में जब जिले में बरखेड़ा कस्बे के ठेकेदार राम नरेश वर्मा का कहना है, "अब तक पेमेंट में लेटलतीफी के चलते ठेकेदारों को काफी परेशानी उठानी पड़ती थी। लेकिन अब ई-पेमेंट व्यवस्था लागू होने से पैसे का भुगतान समय पर हो सकेगा। तथा उनमें कमीशनखोरी भी नहीं हो पाएगी।"

ये भी पढ़ें:- आईआरसीटीसी टिकट बुकिंग एजेंट बनकर कर सकते हैं अच्‍छी कमाई, ऐसे करें आवेदन

वहीं गाँव बरहा निवासी ठेकेदार महेंद्र पाल गिहार से का कहना है, "ई-पेमेंट व्यवस्था काफी सरल तथा सुविधाजनक व्यवस्था है। इसमें अब ऑनलाइन पेमेंट मिल पाएगा। यह प्रणाली ठेकेदारों को होने वाली कमीशनखोरी से बचाएगी तथा समय से उनको पैसे का भुगतान भी प्राप्त करवाएगी।"

वहीं शारदा सागर बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता दिलीप कुमार का कहना है, "अब बाढ़ खंड विभाग में ई-पेमेंट व्यवस्था लागू होने से अधिकारियों व कर्मचारियों में खुशी व्याप्त है। इसमें ठेकेदारों को पैसे के भुगतान में होने वाली लेटलतीफी से छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही ई-पेमेंट के माध्यम से उनके भुगतान में पारदर्शिता आएगी। ई-पेमेंट के माध्यम से ठेकेदारों के भुगतान में कमीशन खोरी की प्रवृत्ति भी कम होगी।"

ये ख़बरें भी हैं आप के काम की

यदि आपके पास नहीं है वोटर आईडी कार्ड, तो घर बैठे ऐसे बनवाएं मतदाता पहचान पत्र

सरकार दे रही है सोलर लैम्प फैक्ट्री लगाने का मौका, ऐसे करें अप्लाई

किसान ऐसे उठा सकते हैं बायोगैस संयंत्र योजना का लाभ, सरकार देती है भारी सब्सिडी

जानिए क्या है मुखबिर योजना, मुखबिर बनने पर दो लाख रुपये तक का मिलेगा इनाम

यूपी : ट्रांसफार्मर फुंका हो या टूटा हो तार , इन नंबर पर बिजली विभाग से करें शिकायत

नोट- खेती में काम आने वाली मशीनों और जुगाड़ के बारे में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

          

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.