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Dr SB Misra
Dr Shiva Balak Misra is an Indian geologist, writer, social worker. He is the Editor-in-chief of Gaon Connection.
Dr Misra is credited for his discovery of Fractofusus misrai - a fossil revealing mystery about beginning of life on earth some 560 mn years ago, discovered by him in June 1967 during his MS Thesis work at Mistaken Point, Newfoundland and Labrador, Canada now better knwon as Mistaken Point Ecological Reserve after his discovery.
भ्रष्टाचार हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है
आज भ्रष्टाचार की हालत यह है कि हमारे देश का आम आदमी पुत्र प्राप्ति, मुकदमा जीतने, बीमारी से उबरने के लिए भगवान को रिश्वत का वादा करता है। फिर चाहे मन्दिर में प्रसाद चढ़ाने, कथा सुनने या मज़ार पर चादर...
Dr SB Misra 30 Nov 2016 7:09 PM GMT
नोटों के बगैर अस्तित्व नहीं मिटेगा, जैव विविधता के बगैर मिटेगा
विपक्ष के लिए नोटबन्दी जैसे डूबते को तिनके का सहारा मिल गया है और देशवासी भी इतने बेचैन हैं मानो चन्द हफ्तों में करेंसी के बगैर यह विश्व समाप्त हो जाएगा। अतीत में हम बिना करेंसी रह चुके हैं और आदिवासी...
Dr SB Misra 29 Nov 2016 6:06 PM GMT
मनमोहन सिंह के सवालों का जवाब तो खोजना होगा
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विषय में यह कहना कि देखो सवाल कौन पूछ रहा है, सवालों से पलायन है। यह सच है कि उनके कार्यकाल में घोटालों की झड़ी लग गई थी और उन्हें मौनमोहन कहा जाने लगा था...
Dr SB Misra 26 Nov 2016 5:22 PM GMT
नोटबन्दी पर अभिव्यक्ति की आज़ादी का दुरुपयोग हो रहा है
देश के सभी नेता कहते हैं हमें कालेधन को समाप्त करना चाहिए लेकिन कालाधन समाप्त करने का मोदी का नोटबन्दी का तरीका गलत है। आखिर सही तरीका क्या है यह भी बताना चाहिए। यदि बेहतर तरीका पता होता तो 70 साल में...
Dr SB Misra 24 Nov 2016 7:58 PM GMT
हमारी चुनाव पद्धति में बिना सुधार, निर्णायक परिणाम सम्भव नहीं
प्रजातंत्र का तकाज़ा है कि अधिकाधिक लोगों की पसन्द की सरकार बने। इसके बहुत से तरीके हो सकते हैं। एक तरीका है कि वोट पार्टियों को दिए जाएं वह भी वरीयता क्रम में न कि व्यक्तियों को। बाद में पार्टियां...
Dr SB Misra 20 Nov 2016 8:50 PM GMT
यही न बताएं मोदी ने गलत किया, बताएं सही क्या था
जनता कतारों में शान्ति से खड़ी है अपने नम्बर की प्रतीक्षा में और आप हल्ला कर रहे हैं तो लगता है ‘‘चोर मचाए शोर।” आप चार हजार के नोट लेकर हवा में लहराइए और कहिए देखो यहां अम्बानी, अडानी, बजाज नहीं हैं...
Dr SB Misra 18 Nov 2016 9:41 PM GMT