- Home
- रवीश कुमार
रवीश कुमार
वरिष्ठ पत्रकार और एनडीटीवी सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर हैं, प्राइम शो देशभर में चर्चित हैं। समाज के वो मुद्दे उठाते हैं बाकी जगह कहीं छिप से जाते हैं। आपका ब्लॉग कस्बा हिंदी भाषा का शुरुआती ब्लाग है।
गुस्सा जायज़ हो सकता है, गाली नहीं
हमारी राजनीति की दो मातृभाषा है। प्रेस कांफ्रेंस या कार्यकारिणी की भाषा अर्ध-लोकतांत्रिक होती है। धरना प्रदर्शनों तक आते-आते उसकी भाषा सामंतवादी होने लगती है। कई बार बड़े-बड़े नेता भी भाषा के लिहाज़...
रवीश कुमार 23 July 2016 5:30 AM GMT
राज्य सरकार कश्मीर के लिए क्या कर रही है?
इस साल चार अप्रैल को जब महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री बनीं तो सबने राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में उनका इस्तकबाल किया था। 12 जुलाई को महबूबा सरकार के सौ दिन पूरे होते हैं। हालात...
रवीश कुमार 16 July 2016 5:30 AM GMT
वेतन देकर अहसान नहीं कर रही सरकार
जब भी सरकारी कर्मचारियों के वेतन बढ़ने की बात होती है उन्हें हिक़ारत की निगाह से देखा जाने लगता है। जैसे सरकार काम न करने वालों का कोई समूह हो। सुझाव दिया जाने लगता है कि इनकी संख्या सीमित हो और वेतन...
रवीश कुमार 3 July 2016 5:30 AM GMT
इस निवेश से गरीब हो जाएंगे अमीर?
जयराम कहते हैं रघुराम से ध्यान हटाने के लिए केंद्र सरकार ने विदेशी निवेश के फैसलों का ऐलान किया है। भारत के विपक्षी दल की तरफ से यही आलोचना आई है और जयराम रमेश ने कहा, सोमवार को विस्तृत प्रतिक्रिया...
रवीश कुमार 23 Jun 2016 5:30 AM GMT
क्यों न फ़ीस जमकर बढ़ा दी जाए?
जानना जागरूकता नहीं है। पर लोग कामचलाऊ जानकारी के लिए जानते हैं। इसलिए उनकी जानकारी राजनीतिक चेतना में नहीं बदलती है और किसी को कोई फ़र्क नहीं पड़ता है। टाइम्स आफ इंडिया में हिमाली छापिया की रिपोर्ट...
रवीश कुमार 1 Jun 2016 5:30 AM GMT
क्या आपने कांग्रेस के बदलावों को नोटिस किया?
असम चुनावों के बाद मैंने अख़बारों के संदर्भ में कई विश्लेषणों को पढ़ा। सारे विश्लेषण जीत के आधार पर ही होते हैं। किस तरह जीता गया अब यह सवाल गौण हो गया है। वर्ना कोई इस बात की समीक्षा करता कि नेताजी...
रवीश कुमार 24 May 2016 5:30 AM GMT