घर की रसोई में बनाइए ओडिशा का मशहूर काकरा पीठा
Akankhya Rout | Sep 07, 2024, 19:22 IST
आज कुछ मीठा बनाते हैं, बारिश का मौसम भी चल रहा है, मौसम का आनंद लेते हुए कुछ गरम गरम बनाते हैं।
कुछ मीठा का खाने का मन है कुछ समझ में नहीं आ रहा कि क्या बनाएँ, ऐसे में परेशान होने की ज़रूरत नहीं है। आज घर की रसोई में लेकर आएँ ऐसा ही एक व्यंजन जिसे बनाने के लिए ज़्यादा समय भी नहीं लगता और न ही ज़्यादा सामग्री।
सूजी से तैयार होने पीठा आसानी बनाया जा सकता है। ओडिशा में तो इसे त्यौहारों में भगवान को प्रसाद के रूप में भी चढ़ाया जाता है।
घर में जब कभी त्यौहार मनाया जाता है, तब माँ हमेशा ये काकरा पीठा बनती है क्यों की आसानी से बन भी जाता है और स्वाद में भी सही। काकरा बाहर से कुरकुरा और अंदर से एक दम नरम, तो चलिए जानते हैं कैसे बनते ये पीठा वो भी सिर्फ दो सामग्री से।
तो चलिए बनाते हैं ओडिशा का काकरा पीठा, इसे आज हम अंगीठी में खाना बनाएँगे पहले तो पहले कढ़ाई गरम होने के लिए रख देते हैं।
इसे बनाने से पहले एक बात बता दूँ कि आप जितना सूजी लेगें उससे दोगुना पानी लेना होता है। जैसे मैंने यहाँ दो कटोरी भर के सूजी ली है, उसके बाद चार कटोरी भर के पानी।
उसके बाद आप अपने हिसाब से इसमें चीनी डाल सकते हैं। उसके बाद चीनी घुल जाए तो, सूजी को धीरे-धीरे डालते रहिये और दूसरे हाथ से उसे मिलाते रहिये ताकि इसमें गाँठें ना पड़े, और ऐेसे ही चलाते रहिए जब तक इसमें से पानी न सूख
जाएँ और सूजी अच्छी तरीके से पक जाए।
इसके बाद इसे ठंडा होने के लिए एक थाली में निकाल दें।
ठंडा होने के बाद उसे अच्छे से गूंथ लें, जब तक वह आपके हाथ पर न लगें, फिर हाथ में थोड़ा सा घी लगाकर उसे पूड़ी जैसा बना कर तल लें। याद रखें की जब तेल कढ़ाई में डालेगें तो आँच हमेशा तेज रखना है, नहीं तो वो कड़क हो जाएँगे। अंगीठी में खाना बनाना मुश्किल है पर इससे खाने का स्वाद जरूर बढ़ जाता है।
सूजी से तैयार होने पीठा आसानी बनाया जा सकता है। ओडिशा में तो इसे त्यौहारों में भगवान को प्रसाद के रूप में भी चढ़ाया जाता है।
घर में जब कभी त्यौहार मनाया जाता है, तब माँ हमेशा ये काकरा पीठा बनती है क्यों की आसानी से बन भी जाता है और स्वाद में भी सही। काकरा बाहर से कुरकुरा और अंदर से एक दम नरम, तो चलिए जानते हैं कैसे बनते ये पीठा वो भी सिर्फ दो सामग्री से।
Pakhala Bhat- Usuna Chawal Pani Dahi Adrak Rai sarson ka tel Namak Mirchi (2)
इसे बनाने से पहले एक बात बता दूँ कि आप जितना सूजी लेगें उससे दोगुना पानी लेना होता है। जैसे मैंने यहाँ दो कटोरी भर के सूजी ली है, उसके बाद चार कटोरी भर के पानी।
उसके बाद आप अपने हिसाब से इसमें चीनी डाल सकते हैं। उसके बाद चीनी घुल जाए तो, सूजी को धीरे-धीरे डालते रहिये और दूसरे हाथ से उसे मिलाते रहिये ताकि इसमें गाँठें ना पड़े, और ऐेसे ही चलाते रहिए जब तक इसमें से पानी न सूख
जाएँ और सूजी अच्छी तरीके से पक जाए।
इसके बाद इसे ठंडा होने के लिए एक थाली में निकाल दें।
ठंडा होने के बाद उसे अच्छे से गूंथ लें, जब तक वह आपके हाथ पर न लगें, फिर हाथ में थोड़ा सा घी लगाकर उसे पूड़ी जैसा बना कर तल लें। याद रखें की जब तेल कढ़ाई में डालेगें तो आँच हमेशा तेज रखना है, नहीं तो वो कड़क हो जाएँगे। अंगीठी में खाना बनाना मुश्किल है पर इससे खाने का स्वाद जरूर बढ़ जाता है।