आज का हर्बल नुस्खा: कॉर्न सिल्क के बारे में सुना है ?
डॉ दीपक आचार्य | Sep 16, 2016, 16:15 IST
कॉर्न सिल्क मक्के के ऊपरी छोर पर दानों के किनारे से निकली पतली चमकदार रेशमी बालियां होती हैं जो गुच्छों की तरह दिखाई देती है। अक्सर मक्के को छीलते समय इन बालियों को निकालकर फेंक दिया जाता है।
बहुत ही कम लोग हैं जो शायद इन बालियों के औषधीय महत्व के बारे में जानते हैं। मक्के जब बिल्कुल हरे और ताज़े होते हैं तो आदिवासी कॉर्न सिल्क को निकालकर छांव में सुखाते हैं इनके सूखने में लगभग 1 से 2 सप्ताह तक का वक्त लग जाता है। सूखने के बाद इन्हें बारीक काटकर अच्छी तरह किसी कंटेनर में बंद करके रख देते हैं। ये कॉर्न सिल्क मूत्रवर्धक प्रकृति के होते हैं लेकिन इन्हें ठीक तरह से बंद करके ना रखा जाए तो ये गुण समाप्त हो जाता है।
बहुत ही कम लोग हैं जो शायद इन बालियों के औषधीय महत्व के बारे में जानते हैं। मक्के जब बिल्कुल हरे और ताज़े होते हैं तो आदिवासी कॉर्न सिल्क को निकालकर छांव में सुखाते हैं इनके सूखने में लगभग 1 से 2 सप्ताह तक का वक्त लग जाता है। सूखने के बाद इन्हें बारीक काटकर अच्छी तरह किसी कंटेनर में बंद करके रख देते हैं। ये कॉर्न सिल्क मूत्रवर्धक प्रकृति के होते हैं लेकिन इन्हें ठीक तरह से बंद करके ना रखा जाए तो ये गुण समाप्त हो जाता है।