By Rafiqul Islam Montu
Farmers in coastal areas of Bangladesh have freed the freshwater canals from encroachment to irrigate their fields and are cultivating three crops a year. Some of the farmers have adopted the floating method of vegetable cultivation in ponds for a higher produce. They no longer migrate to cities in search of work.
Farmers in coastal areas of Bangladesh have freed the freshwater canals from encroachment to irrigate their fields and are cultivating three crops a year. Some of the farmers have adopted the floating method of vegetable cultivation in ponds for a higher produce. They no longer migrate to cities in search of work.
By Rafiqul Islam Montu
भारत में चक्रवाती तूफान तौकाते की तबाही से हुए नुकसान का आंकलन जारी है। एक साल पहले इससे कहीं भीषण तूफान अम्फान बांग्लादेश में आया था। इस तूफान ने वहां इतनी तबाही मचाई की लोगों की जिंदगी पटरी पर नहीं लौट पाई है, इसी बीच तूफान (चक्रवात यास) के बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होने का पूर्वानुमान जताया गया है।
भारत में चक्रवाती तूफान तौकाते की तबाही से हुए नुकसान का आंकलन जारी है। एक साल पहले इससे कहीं भीषण तूफान अम्फान बांग्लादेश में आया था। इस तूफान ने वहां इतनी तबाही मचाई की लोगों की जिंदगी पटरी पर नहीं लौट पाई है, इसी बीच तूफान (चक्रवात यास) के बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होने का पूर्वानुमान जताया गया है।
By Rafiqul Islam Montu
बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों में किसानों ने कमाल कर दिया है। अपने खेतों की सिंचाई के लिए मीठे पानी की नहरों से अतिक्रमण हटा कर साल में तीन फसलें उगा रहे हैं। कुछ किसान तो फ्लोटिंग से तालाबों में सब्जियों की खेती कर रहे हैं जिससे उत्पादन और बढ़ गया है। इस सफलता ने काम की तलाश में शहरों की ओर पलायन पर ब्रेक लगा दिया है।
बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों में किसानों ने कमाल कर दिया है। अपने खेतों की सिंचाई के लिए मीठे पानी की नहरों से अतिक्रमण हटा कर साल में तीन फसलें उगा रहे हैं। कुछ किसान तो फ्लोटिंग से तालाबों में सब्जियों की खेती कर रहे हैं जिससे उत्पादन और बढ़ गया है। इस सफलता ने काम की तलाश में शहरों की ओर पलायन पर ब्रेक लगा दिया है।
By Rafiqul Islam Montu
तटीय बांग्लादेश में चक्रवात समेत कई प्राकृतिक आपदाओं ने जल स्रोतों को दूषित कर दिया है। इसके चलते ग्रामीण महिलाएं पानी के लिए हर दिन कई किलोमीटर तक पैदल चलने को मजबूर हैं।
तटीय बांग्लादेश में चक्रवात समेत कई प्राकृतिक आपदाओं ने जल स्रोतों को दूषित कर दिया है। इसके चलते ग्रामीण महिलाएं पानी के लिए हर दिन कई किलोमीटर तक पैदल चलने को मजबूर हैं।
By Rafiqul Islam Montu
बाढ़ के बाद सूखे ने बांग्लादेश में फसल चक्र को बाधित कर दिया है, खासकर देश के उत्तरी और तटीय दक्षिण-पश्चिम क्षेत्रों में। इस साल डेल्टा देश में अमन धान की खेती के तहत कुल 5.62 मिलियन हेक्टेयर भूमि की सिर्फ 25 प्रतिशत हिस्से पर खेती की गई है।
बाढ़ के बाद सूखे ने बांग्लादेश में फसल चक्र को बाधित कर दिया है, खासकर देश के उत्तरी और तटीय दक्षिण-पश्चिम क्षेत्रों में। इस साल डेल्टा देश में अमन धान की खेती के तहत कुल 5.62 मिलियन हेक्टेयर भूमि की सिर्फ 25 प्रतिशत हिस्से पर खेती की गई है।
By Rafiqul Islam Montu
इस साल मई-जून में बांग्लादेश का पूर्वोत्तर इलाका भारी मानसूनी बारिश और अचानक बाढ़ की चपेट में आ गया था। इससे लाखों लोग प्रभावित हुए और उनमें से कई तो अभी भी बिना रोजगार के विस्थापित जीवन जीने के लिए मजबूर हैं। लोगों के सर पर कर्ज का बोझ और भुखमरी दोनों तेजी से बढ़ रहे हैं।
इस साल मई-जून में बांग्लादेश का पूर्वोत्तर इलाका भारी मानसूनी बारिश और अचानक बाढ़ की चपेट में आ गया था। इससे लाखों लोग प्रभावित हुए और उनमें से कई तो अभी भी बिना रोजगार के विस्थापित जीवन जीने के लिए मजबूर हैं। लोगों के सर पर कर्ज का बोझ और भुखमरी दोनों तेजी से बढ़ रहे हैं।
By Rafiqul Islam Montu
बाढ़ आना बांग्लादेश के लिए कोई नई बात नहीं है। लगभग हर साल मानसून के मौसम में देश का ये हिस्सा इस स्थिति से दो-चार होता नजर आता है। हालांकि इस साल औसत से ज्यादा हुई बारिश ने मई के महीने में, समय से पहले ही विनाशकारी बाढ़ से सामना करा दिया। लगभग दो महीने हो गए हैं, देश के उत्तर और उत्तरपूर्वी क्षेत्र अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। बाढ़ के पानी ने लाखों घर बहा दिए और सैकड़ों हजार हेक्टेयर खेतों को जलमग्न कर दिया। बाढ़ प्रभावित सिलहट इलाके से ग्राउंड रिपोर्ट।
बाढ़ आना बांग्लादेश के लिए कोई नई बात नहीं है। लगभग हर साल मानसून के मौसम में देश का ये हिस्सा इस स्थिति से दो-चार होता नजर आता है। हालांकि इस साल औसत से ज्यादा हुई बारिश ने मई के महीने में, समय से पहले ही विनाशकारी बाढ़ से सामना करा दिया। लगभग दो महीने हो गए हैं, देश के उत्तर और उत्तरपूर्वी क्षेत्र अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। बाढ़ के पानी ने लाखों घर बहा दिए और सैकड़ों हजार हेक्टेयर खेतों को जलमग्न कर दिया। बाढ़ प्रभावित सिलहट इलाके से ग्राउंड रिपोर्ट।
By Rafiqul Islam Montu
2022 के संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन यानी COP27 से ठीक बारह दिन पहले 24 अक्टूबर की रात को चक्रवात सितरंग तटीय बांग्लादेश से टकराया। इसकी वजह से धान की फसल बर्बाद हो गई और खेत पानी से लबालब भर गए। अमन धान की फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचने की सूचना मिली है।
2022 के संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन यानी COP27 से ठीक बारह दिन पहले 24 अक्टूबर की रात को चक्रवात सितरंग तटीय बांग्लादेश से टकराया। इसकी वजह से धान की फसल बर्बाद हो गई और खेत पानी से लबालब भर गए। अमन धान की फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचने की सूचना मिली है।
By Rafiqul Islam Montu
Bangladesh is no stranger to floods. Almost every year, the country battles them during the monsoon season. However, this year unprecedented heavy rainfall has brought devastating floods, earlier than usual in the month of May. It's been almost two months and the north and northeastern regions of the country are still struggling as flood waters have washed away millions of houses and inundated hundreds of thousand hectares of farmlands. A ground report from the flood-hit Sylhet region.
Bangladesh is no stranger to floods. Almost every year, the country battles them during the monsoon season. However, this year unprecedented heavy rainfall has brought devastating floods, earlier than usual in the month of May. It's been almost two months and the north and northeastern regions of the country are still struggling as flood waters have washed away millions of houses and inundated hundreds of thousand hectares of farmlands. A ground report from the flood-hit Sylhet region.
By Rafiqul Islam Montu
Floods, followed by drought, have disrupted the crop cycle in Bangladesh, especially in the northern and coastal southwest regions of the country. Of the total 5.62 million hectares of land under aman paddy cultivation, only 25 per cent has been cultivated this year in the delta country.
Floods, followed by drought, have disrupted the crop cycle in Bangladesh, especially in the northern and coastal southwest regions of the country. Of the total 5.62 million hectares of land under aman paddy cultivation, only 25 per cent has been cultivated this year in the delta country.