By Umashankar Mishra
मीथेन संकल्प की घोषणा पहली बार सितंबर में अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा की गई थी, जो अनिवार्य रूप से वैश्विक मीथेन उत्सर्जन को कम करने के लिए एक समझौता है। इसका केंद्रीय उद्देश्य वर्ष 2030 तक मीथेन उत्सर्जन को 2020 के स्तर से 30 प्रतिशत तक कम करना है।
मीथेन संकल्प की घोषणा पहली बार सितंबर में अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा की गई थी, जो अनिवार्य रूप से वैश्विक मीथेन उत्सर्जन को कम करने के लिए एक समझौता है। इसका केंद्रीय उद्देश्य वर्ष 2030 तक मीथेन उत्सर्जन को 2020 के स्तर से 30 प्रतिशत तक कम करना है।
By Umashankar Mishra
अगर तितलियां पृथ्वी से खत्म हो जाएं तो सेब से लेकर कॉफी तक कई फसलों के उत्पादन पर संकट आ जाएगा और जब तक फसलें ही नहीं होंगी तो हम तक भी कुछ भी नहीं पहुंचेगा। तितलियों के परागण के बाद ही तो फूलों से बनते हैं।
अगर तितलियां पृथ्वी से खत्म हो जाएं तो सेब से लेकर कॉफी तक कई फसलों के उत्पादन पर संकट आ जाएगा और जब तक फसलें ही नहीं होंगी तो हम तक भी कुछ भी नहीं पहुंचेगा। तितलियों के परागण के बाद ही तो फूलों से बनते हैं।
By Umashankar Mishra
अंगूरफल के भंडारण में सबसे बड़ी कठिनाई फंगल संक्रमण की आती है, जो इस फल के उत्पादन, भंडारण, परिवहन और विक्रय से जुड़े लोगों के लिए एक प्रमुख चुनौती है।
अंगूरफल के भंडारण में सबसे बड़ी कठिनाई फंगल संक्रमण की आती है, जो इस फल के उत्पादन, भंडारण, परिवहन और विक्रय से जुड़े लोगों के लिए एक प्रमुख चुनौती है।
By Umashankar Mishra
कृषि वैज्ञानिकों ने अपने एक अध्ययन में पाया है कि देश के अन्य हिस्सों में उगायी जाने वाली खीरे की सफेद गूदे की किस्मों के मुकाबले नारंगी-गूदे वाले खीरे की किस्म में कैरोटीनॉयड मात्रा चार से पांच गुना अधिक होती है।
कृषि वैज्ञानिकों ने अपने एक अध्ययन में पाया है कि देश के अन्य हिस्सों में उगायी जाने वाली खीरे की सफेद गूदे की किस्मों के मुकाबले नारंगी-गूदे वाले खीरे की किस्म में कैरोटीनॉयड मात्रा चार से पांच गुना अधिक होती है।