मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में तेजी से बढ़ रहा बाघों का कुनबा

पन्ना टाइगर रिजर्व में मौजूदा समय 29 बाघिन हैं, जिनमें 12 बाघिन शावकों को जन्म दे रही हैं। वर्ष 2020 में यहां शावकों सहित बाघों की संख्या 64 थी जो 2021 के अंत तक बढ़कर 78 होने की उम्मीद है।

Arun SinghArun Singh   15 July 2021 12:02 PM GMT

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मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में तेजी से बढ़ रहा बाघों का कुनबा

फाइल फोटो: विकीपीडिया कॉमंस

पन्ना (मध्यप्रदेश)। एक बार फिर दुनिया भर में मशहूर पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ी है, अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में यहां पर बाघों की संख्या में काफी इजाफा हो जाएगा।

मौजूदा समय यहां पर शावकों सहित 64 से अधिक बाघ स्वच्छंद रूप से खुले जंगल में विचरण कर रहे हैं। इस बात का खुलासा 13 जुलाई को पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने जारी समीक्षा रिपोर्ट में किया है।

बीते 12 वर्षो के दौरान पन्ना टाइगर रिजर्व ने देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। वर्ष 2009 में यह वन क्षेत्र बाघ विहीन हो गया था, फलस्वरूप यहां पर बाघों के उजड़ चुके संसार को फिर से आबाद करने के लिए बाघ पुनर्स्थापना योजना शुरू की गई। बेहतर प्रबंधन और संरक्षण से योजना को चमत्कारिक सफलता मिली और यह उजड़ा वन क्षेत्र बाघों से पुनः आबाद हो गया।

टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा तेजी से बढ़ रहा है। यह वन क्षेत्र पन्ना, छतरपुर व दमोह जिले के 1598 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसका कोर क्षेत्र 576 वर्ग किलोमीटर व बफर क्षेत्र 1022 वर्ग किलोमीटर है।

पन्ना टाइगर रिज़र्व की बाघिन टी-1 अपने नन्हे शावकों के साथ (फाइल फोटो )

इस तरह से पन्ना टाइगर रिजर्व दुनिया के लिए एक उदाहरण बन चुका है, जिसने शून्य से यह गौरवशाली मुकाम हासिल किया है। पन्ना टाइगर रिजर्व में प्रजनन क्षमता वाली बाघिनों तथा निकट भविष्य में कम उम्र की वे बाघिनें जिनके इस सूची में शामिल होने की संभावना है, उनके बारे में पार्क प्रबंधन द्वारा बताया गया है।

क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा व उपसंचालक जरांडे ईश्वर राम हरि ने अपनी संयुक्त समीक्षा रिपोर्ट में कहा है कि मौजूदा समय पन्ना टाइगर रिजर्व में 12 ब्रीडिंग बाघिनें हैं। वर्ष 2021 के अंत तक इस सूची में चार अन्य बाघिनें जुड़ सकती हैं। इस तरह से प्रजनन क्षमता वाली बाघिनों की संख्या बढ़कर 15 हो जाएगी।

मालूम हो कि सूचीबद्ध कुल 29 बाघिनों में ब्रीडिंग क्षमता वाली एक बाघिन पी-213 (32) की मौत हो चुकी है। इस बाघिन के चार शावक हैं, इन अनाथ शावकों की देखरेख आश्चर्यजनक रूप से शावकों का पिता नर बाघ पी-243 कर रहा है।

बाघों की आबादी में हो रही वृद्धि के बारे में पार्क प्रबंधन की रिपोर्ट यह बताती है कि 12 ब्रीडिंग बाघिनें एक वर्ष में 16 शावकों की वंश वृद्धि कर देती हैं। ब्रीडिंग बाघिनों की संख्या बढ़ने पर शावकों की संख्या भी बढ़ेगी। पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों के जन्म व मृत्यु दर की गहन समीक्षा के उपरांत पार्क प्रबंधन ने यह दावा किया है कि वर्ष 2021 के बीते 6 माह में शावकों सहित 7 बाघों की क्षति हुई है। इस तरह से एक वर्ष में 14 बाघों की क्षति संभावित है। बावजूद इसके बाघों के कुनबे में 14 शावकों का इजाफा हो जाएगा। पार्क प्रबंधन का मानना है कि वर्ष 2021 के अंत तक पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की आबादी 64 से बढ़कर 78 हो जाएगी।

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